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गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को ब्लैकमेल करने के पांचों आरोपित कोर्ट में पेश, पुलिस ने मांगा चार दिन का रिमांड

लखीमपुर खीरी मामले को लेकर चर्चा में आए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी से कथित दो करोड़ रुपये उगाही करने का मामला सामने आया है। इस मामले में स्पेशल सेल और नई दिल्ली जिला स्पेशल स्टाफ की टीम ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 24 Dec 2021 02:21 PM (IST)Updated: Fri, 24 Dec 2021 05:00 PM (IST)
गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को ब्लैकमेल करने के पांचों आरोपित कोर्ट में पेश, पुलिस ने मांगा चार दिन का रिमांड
दि्ल्ली पुलिस ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को ब्लैकमेल करने के आरोप में पांच को गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। लखीमपुर खीरी मामले को लेकर चर्चा में आए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी से कथित दो करोड़ रुपये उगाही करने का मामला सामने आया है। इस मामले में स्पेशल सेल और नई दिल्ली जिला स्पेशल स्टाफ की टीम ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों में 2 नोएडा और तीन दिल्ली के विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं। इन्हें बृहस्पतिवार रात नोएडा से गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को पांचों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।

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हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण इसे बेहद गोपनीय रखा जा रहा है। पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना खुद इस पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं। क्योंकि उनसे गृह मंत्रालय पल पल की जानकारी ले रहा है। पांचों को गोपनीय तरीके से मंदिर मार्ग थाना परिसर में उनसे स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी, नई दिल्ली जिले के डीसीपी दीपक यादव व स्पेशल स्टाफ के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।

दरअस्ल इस मामले को अत्यंत गोपनीय इसलिए रखा जा रहा है क्योकि यह पता करने की कोशिश की जा रही है पांचों पैसे उगाही करने के चक्कर में ही मंत्री के निजी सचिव को काल कर धमकी दी थी या इसके पीछे गहरी साजिश है? इनसे कोई राजनीतिक पार्टी तो ऐसा नहीं करा रही थी। कहीं अपनी छवि ठीक करने के लिए मंत्री ने ही तो इनके जरिए ऐसा कराने की साजिश नहीं रची, आदि तमाम पहलुओं पर गोपनीय तरीक़े से जांच की जा रही है।

पांचों निम्न माध्यम वर्गीय परिवार से है और कम पढ़े लिखे हैं। पुलिस का कहना है कि पांचों मिलकर कहीं पार्क या गाड़ी में बैठ कर लोगों को काल कर ठगी करते थे। ये लोग चलता फिरता काल सेंटर चला उगाही का धंधा कर रहे थे। जांच में पता चला है कि ये पहले भी कुछ लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। 17 दिसंबर को पहली बार आरोपित ने मंत्री में सरकारी मोबाइल नंबर पर कॉल की थी। सरकारी फोन निजी सचिव के पास होने के कारण उन्होंने बात की। कॉलर ने मंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि तुम्हारी छवि खराब करने के लिए हम लोगों के पास काफी सुबूत है,

लखीमपुर खीरी मामले से संबंधित वीडियाे है l कालर ने दो करोड़ रुपये देने की मांग की। पैसे नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। धमकी भरी काल मिलते ही निजी सचिव ने पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को घटना से अवगत करा दिया। उनके निर्देश पर नॉर्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने मंत्री के आवास पर जाकर लिखित शिकायत ली। जिसके बाद उसी रात को पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

केस की जांच में स्पेशल सेल और स्पेशल स्टाफ को लगा दिया गया। दूसरी बार काल आने पर पुलिस के कहने पर सचिव रुपये देने के लिए तैयार हो गए। डील तय होने पर कॉलर को नोएडा में पैसे ले जाने के लिए बुलाया गया। वहां से पांचों को दबोच लिया गया। इनकी पहचान अमित काला, अश्विन, अमित, संदीप और निशांत के रूप में हुई है। इनमें एक के पास कार है उसमे बैठ कर भी ये लोग लोगों को काल कर ठगी करने की कोशिश करते थे। इनके पास से कई इंटरनेट कालिंग के उपकरण बरामद किए हैं।

गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी, जिनमें चार किसान और चार अन्य लोग शामिल थे। मामले के मुख्य आरोपित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को नौ अक्टूबर को यूपी पुलि की एसआइटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में अब तक 13 लोगों को यूपी पुलिस द्वारा किया जा चुका है।


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