पांडव नगर इलाके में तीसरी मंज़िल से गिरकर किशोर की मौत
पांडव नगर इलाके में तीसरी मंज़िल से गिरकर किशोर की मौत हो गई। मृतक की पहचान रोहित के रूप में हुई है। रोहित बुधवार रात करीब आठ बजे आचार्य निकेतन मार्केट में एक तीन मंजिला मकान में घुस गया था उस वक्त तीसरी मंजिल पर कोई नहीं था।
नई दिल्ली [शुजाउदीन]। पांडव नगर इलाके में तीसरी मंज़िल से गिरकर किशोर की मौत हो गई। मृतक की पहचान रोहित के रूप में हुई है। रोहित बुधवार रात करीब आठ बजे आचार्य निकेतन मार्केट में एक तीन मंजिला मकान में घुस गया था, उस वक्त तीसरी मंजिल पर कोई नहीं था।
आरोप है किशोर चोरी करने के इरादे से घर मे घुस गया था, परिवार के सदस्य जब निचली मंजिल से तीसरी मंजिल पर गए तो डर की वजह से किशोर ने खुद को शौचालय में बंद कर लिया था, किसी तरह से परिवार ने शौचालय का गेट खोला। गेट खुलते ही किशोर खिड़की की तरफ भागा और नीचे की तरफ कूद गया। कुछ लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, एक अन्य मामले में नांगलोई थाना पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के निशाने पर सबसे अधिक इको कार होती थी, क्योंकि कालाबाजार में इसकी काफी मांग थी।
मामले में पुलिस ने आरोपितों की मदद करने के आरोप में एक महिला को भी गिरफ्तार किया है। एक किशोर भी इस मामले में पकड़ा गया है। आरोपितों में सन्नी झा, एहसान, फारूख, प्रताप शामिल है। आरोपित महिला का नाम सुलोचना है। यह ज्यादा मुनाफा की लालच में आरोपितों को पैसे देती थी। सन्नी पर तीन मामले, एहसान पर दो, फारुख पर 11, प्रताप पर एक मामला दर्ज है। आरोपितों की निशानदेही पर अभी तक तीन कार, चार कार जिसके पूर्जे अलग अलग किए हुए हैं, एक स्कूटी आदि वाहन बरामद हुए हैं।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि वारदात पर निकलने के लिए ये जिस वाहन का इस्तेमाल करते थे, उसके किराया का भुगतान आनलाइन किया जाता था। उपायुक्त ने बताया कि सात जनवरी को नांगलोई थाना में एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके वाहन की चोरी हुई है। उन्होंने बताया कि छह जनवरी की रात उनके घर के सामने कार खड़ी थी, सुबह गायब मिली।
नांगलोई थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने छानबीन शुरू की। टीम ने घटनास्थल व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। करीब 90 फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को एक फुटेज नजर आई जिसमें एक कैब पर चार व्यक्ति संदेहजनक स्थिति में नजर आए। इनमें एक की पहचान सन्नी के रूप में हुई। सन्नी को पुलिस ने फरीदाबाद के नजदीक से पकड़ लिया। इसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह जब जेल में था, तब उसकी मुलाकात वहां एहसान व प्रताप से हुई थी।
सभी ने मिलकर तय किया कि जेल से निकलने पर वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देंगे। इनके निशाने पर इको कार होते थे, क्योंकि इसकी बाजार में काफी मांग थी और इसके पूर्जे भी कालाबाजार में खूब बिकते थे। सन्नी से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अन्य आरोपितों तक भी पहुंचती गई। पुलिस के अनुसार आरोपित फारुख चुराए गए वाहन खरीदता था।