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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में असरदार नहीं नाइट कर्फ्यू, एक्सपर्ट बोले - इससे कुछ नहीं होने वाला

एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना ज्यादा जरूरी है। दिन में यदि लोग घूमते रहे और भीड़ में बीमारी फैलाते रहे तो नाइट कर्फ्यू लागू करने से कोई फायदा नहीं होगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 10:19 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 08:49 AM (IST)
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में असरदार नहीं नाइट कर्फ्यू, एक्सपर्ट बोले - इससे कुछ नहीं होने वाला
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार के कदम को प्रशासनिक दिखावा करार दिया।

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। कोरोना संक्रमण की गति को थामने के लिए दिल्ली सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसे खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि नाइट कर्फ्यू कोरोना का संक्रमण रोकने में असरदार नहीं है। उन्होंने सरकार के इस कदम को प्रशासनिक दिखावा भर करार दिया है। उनका कहना है कि कोरोना से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन हो तो काफी असर पड़ सकता है। नाइट कर्फ्यू का प्रयोग महाराष्ट्र में भी असफल ही साबित हुआ है।

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दिन में भीड़ से बीमारी फैलने का डर

एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना ज्यादा जरूरी है। दिन में यदि लोग घूमते रहे और भीड़ में बीमारी फैलाते रहे तो नाइट कर्फ्यू लागू करने से कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए दिन में बचाव के नियमों का लोग पालन करें, यह सुनिश्चित करना जरूरी है। बता दें कि डा. रणदीप गुलेरिया कोरोना को लेकर गठित टास्क फोर्स के अहम सदस्य हैं।

नाइट कर्फ्यू से संक्रमण थमने का वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं

वहीं, एम्स के ही कम्युनिटी मेडिसीन के प्रोफेसर डा. संजय राय का कहना है कि नाइट कर्फ्यू से संक्रमण थमने का कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है। यह प्रशासनिक दिखावे भर है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वित्त सचिव डा. अनिल गोयल भी नाइट कर्फ्यू के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि संक्रमण फैलने से रोकने के लिए हमें भीड़ को हटाना पड़ेगा। जहां भी भीड़ जुट रही है उन स्थानों पर पाबंदियां सख्ती से लागू करनी होंगी।

कोविड-19 के नियमों का पालन जरूरी

मास्क के साथ शारीरिक दूरी और हाथों को नियमित सैनिटाइज करना या साबुन से साफ करना ही सबसे असरदार उपाय है। जिन बाजारों में भीड़ हो रही है वहां आड-इवन फार्मूला को लागू करने की जरूरत है। हर बाजार में एक तरफ की दुकानें एक दिन बंद कर दी जाएं। दूसरे तरफ की दुकानें अगले दिन बंद हों। इसके अलावा माल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर शारीरिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन हो। शादी और अन्य समारोहों में लोगों की संख्या पर कम करने के उपाय करने होंगे।

नाइट कर्फ्यू से कुछ नहीं होने वाला

दिल्ली मेडिकल काउंसिल के सदस्य डा. अश्विनी गोयल का भी कहना है कि नाइट कर्फ्यू से कुछ नहीं होने वाला है। जरूरत है कि टीकाकरण का दायरा बढ़ाया जाए। 45 से कम उम्र के लोगों को भी टीका लगे, क्योंकि घर से बाहर निकलने वालों में इनकी संख्या सबसे अधिक होती है। हमें कोरोना की चेन तोड़ने पर ध्यान देना होगा।


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