Delhi News: जेएनयू में दस माह बाद खुले ढाबे, चाय-नाश्ता कर सकेंगे छात्र, खाना अभी नहीं
इस बीच छात्रों के लिए जेएनयू प्रशासन ने एक और राहत दी है। परिसर स्थित कई ढाबे खोल दिए गए हैं। हालांकि इन ढाबोें पर अभी चाय और नाश्ता ही मिलेगा। खाने की सुविधा के लिए छात्रों को इंतजार करना पड़ेगा।
नई दिल्ली, जासं। कोविड-19 के चलते गत वर्ष मार्च महीने से ही जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय बंद है। प्राथमिकता के आधार पर शोधार्थियों की चरणबद्ध वापसी हो रही है। सोमवार से छात्रों के परिसर वापसी का सातवां चरण शुरू हुआ।
एमफिल-एमटेक के चतुर्थ सेमेस्टर, एमबीए अंतिम वर्ष के ऐसे छात्रों को जिन्हें 30 जून 2021 तक थीसिस जमा करनी है, प्रवेश की अनुमति मिलेगी। इस बीच छात्रों के लिए जेएनयू प्रशासन ने एक और राहत दी है। परिसर स्थित कई ढाबे खोल दिए गए हैं। हालांकि इन ढाबोें पर अभी चाय और नाश्ता ही मिलेगा। खाने की सुविधा के लिए छात्रों को इंतजार करना पड़ेगा।
जेएनयू प्रशासन ने बताया कि छात्रावास, आवासीय परिसर में स्थित छोटी दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी गई है। ताप्ती, पश्चिमाबाद, पूर्वांचल काम्पलेक्स स्थित दुकानें खोल दी गई हैं। केसी मार्केट, गोदावरी, साबरमती, ब्रम्हपुत्र छात्रावास के ढाबे भी खुल गए हैं। फिलहाल यहां चाय-नाश्ता ही मिल सकेगा। एबीवीपी जेएनयू अध्यक्ष शिवम चौरसिया ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से छात्र परिसर में दाखिल हो रहे हैं। ऐसे में इन ढाबों को खोलना जरूरी है।
हम विगत कई महीनों से इन्हें खोलने की मांग कर रहे हैं। जेएनयू प्रशासन ने कई ढाबों को खोल दिया है। हालांकि अभी भी गंगा ढाबा समेत कई अन्य प्रचलित ढाबे बंद ही है। जेएनयू डिप्टी रजिस्ट्रार ने ढाबों को लेकर एक दिशानिर्देश भी जारी किया। जिसमें कहा गया है कि खाना मुहैया कराने वाले ढाबा, कैंटीन अभी बंद रहेंगी। पूरनचंद चाट-दही भल्ले कार्नर, चीनी रेस्त्रां, मीट शाप अभी नहीं खुलेंगे।
अभी तक ये सब बंद थे, जिसके कारण स्टूडेंट्स को खाने पीने की समस्या का सामना करना पड़ रहा था। यहां तक कि उनको चाय आदि भी नहीं मिल पा रही थी। अब ये ढाबे खुल जाने से उनकी समस्या का कुछ हद तक समाधान हो पाएगा। जेएनयू प्रशासन ने बताया कि परिसर स्थित स्पोर्टस काम्पलेक्स में योग करने की अनुमति भी दे दी गई है। वहीं परिसर में ई-रिक्शा परिचालन भी शुरू हो गया है।