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दिल्ली-NCR में वीकेंड कर्फ्यू से बेदम हुआ प्रदूषण, साफ हवा में सांस ले रहे लोग

दिल्ली फरीदाबाद गाजियाबाद ग्रेटर नोएडा गुरुग्राम और नोएडा सभी जगह का एयर इंडेक्स शनिवार को 200 से भी नीचे यानी मध्यम श्रेणी में दर्ज हुआ। दिल्ली से भी कम एयर इंडेक्स नोएडा का रहा। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का एयर इंडेक्स भी मध्यम और संतोषजने श्रेणी में ही रहा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 10:53 AM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 10:53 AM (IST)
दिल्ली-NCR में वीकेंड कर्फ्यू से बेदम हुआ प्रदूषण, साफ हवा में सांस ले रहे लोग
दिल्ली एनसीआर में सभी जगह का एयर इंडेक्स भी 200 से कम

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। कोरोना पर प्रहार के लिए दिल्ली में लगाए गए सप्ताहांत कर्फ्यू ने वायु प्रदूषण पर भी कड़ा प्रहार किया है। प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 की मात्रा में शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को 50 फीसद जबकि पिछले शनिवार के मुकाबले करीब 34 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली- एनसीआर के सभी शहरों का एयर इंडेक्स भी सुधरकर मध्यम श्रेणी में पहुंच गया। रविवार को इसमें और सुधार होने की संभावना है। जानकारी के मुताबिक शनिवार को दिल्ली के पीएम 2.5 का औसत स्तर 46 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।

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एक दिन पहले शुक्रवार को यह 94 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पिछले शनिवार को 69 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। यानी शुक्रवार की तुलना में लगभग 50 और बीते शनिवार के मुकाबले 34 फीसद कम दर्ज किया गया।

इसकी एक वजह जहां शुक्रवार देर शाम दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुई हल्की बारिश रही वहीं दूसरी बड़ी और प्रमुख वजह सप्ताहांत कर्फ्यू रहा। शनिवार को दिल्ली की सभी औद्योगिक इकाइयां बंद थी और सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या भी नाममात्र की थी। यहां तक कि सार्वजनिक वाहन भी सीमित मात्रा में ही चल रहे थे। इसका असर दिल्ली के पर्यावरण पर साफ नजर आया। दूसरी तरफ दिल्ली के कर्फ्यू का असर एनसीआर की हवा पर भी दिखा।

दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और नोएडा सभी जगह का एयर इंडेक्स शनिवार को 200 से भी नीचे यानी मध्यम श्रेणी में दर्ज हुआ। दिल्ली से भी कम एयर इंडेक्स नोएडा का रहा। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का एयर इंडेक्स भी मध्यम और संतोषजने श्रेणी में ही रहा। दिल्ली एनसीआर वासी घरों में कैद भले ही रहे, लेकिन दिन भर खुली और साफ हवा में सांस लेते रहे।

दिल्ली के वायु प्रदूषण में 44 फीसद योगदान वाहनों के धुएं का

दिल्ली के वायु प्रदूषण में 44 फीसद योगदान वाहनों के धुएं का ही है। इसमें भी व्यावसायिक वाहनों और ट्रकों के धुएं को इसकी बड़ी वजह बताया जाता है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन सफर इंडिया की एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक ट्रकों का धुंआ 85 फीसद तक घट जाने के बाद अब दिल्ली के एक चौथाई प्रदूषण की वजह बाइक और स्कूटर है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में 24 फीसद प्रदूषण की वजह दोपहिया वाहन हैं। इसमें भी 14 फीसद हिस्सेदारी बाइक और 10 फीसद स्कूटरों की है। ट्रक और बसों के धुएं की हिस्सेदारी इसमें 20-20 फीसद तक है।

इसमें कोई शक नहीं कि दिल्ली के प्रदूषण में एक बड़ी हिस्सेदारी वाहनों और औद्योगिक इकाइयों के धुएं की रहती है। कफ्र्यू के दौरान यह सब गतिविधियां थम जाती हैं तो वायु प्रदूषण भी कम हो जाता है। पिछले साल लाकडाउन में भी यही हुआ और अब सप्ताहांत कफ्र्यू में भी ऐसा ही देखने में आ रहा है। - अविकल सोमवंशी, प्रोग्राम मैनेजर, सस्टेनेबल सिटीज प्रोग्राम, सेंटर फार साइंस एंड एन्वायरमेंट (सीएसई)


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