Move to Jagran APP

वायु प्रदूषण से निपटने के लिए डीएमआरसी कर रहा है एंटी स्माग गन का इस्तेमाल

इस समय मेट्रो चौथे चरण का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके साथ ही कई अन्य निर्माण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 12 काम चल रहे हैं। निर्माण कार्य से वायु प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 08:38 AM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 09:46 AM (IST)
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए डीएमआरसी कर रहा है एंटी स्माग गन का इस्तेमाल
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए डीएमआरसी कर रहा है एंटी स्माग गन का इस्तेमाल

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दीवाली के बाद खराब हुई दिल्ली-एनसीआर की हवा में कोई खास सुधार नहीं आया है। हवा में घुले प्रदूषण के कणों के चलते दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक अब भी 300 के पार ही है। वहीं, वायु प्रदूषण से बचाव के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) द्वारा निर्माण स्थलों पर 14 एंटी स्माग गन लगाए गए हैं। इसके साथ ही निर्माण स्थलों पर उड़ने वाली धूल को रोकने के लिए कई और कदम उठाए जा रहे हैं। इसे डीएमआरसी की ओर से अच्छी और सकारात्मक पहल के तौर पर देखा जा रहा है।

loksabha election banner

डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक (कारपोरेट कम्युनिकेशन) अनुज दयाल का कहना है कि इस समय मेट्रो चौथे चरण का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके साथ ही कई अन्य निर्माण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 12 काम चल रहे हैं। निर्माण कार्य से वायु प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। आधुनिक एंटी स्माग गन से 20 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में धूल रोकने में मदद मिलती है। इसमें उपयोग होने वाले पानी की शुद्धता का भी ध्यान रखा जाता है। पारंपरिक तौर पर कोयला और सीमेंट से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इस तरह के एंटी स्माग गन का इस्तेमाल होता है।

वर्ष 2016 में डीएमआरसी ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसका इस्तेमाल किया था। चौथे चरण के निर्माण कार्य में डीएमआरसी ने ठेकेदारों के लिए इसके इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि निर्माण स्थलों पर निर्माण सामग्री को तिरपाल से ढक कर रखा जाता है। वहां से निकलने वाले वाहनों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है जिससे कि सड़कों पर धूल नहीं फैले। वाहनों से लाई जाने वाली सामग्री को भी ठीक तरह से ढका जाता है। प्रमुख निर्माण स्थलों की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर तारकोल की परत बिछाई गई है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.