Delhi Metro News: जानिये- क्यों दिल्ली मेट्रो में सफर के लिए करना पड़ा रहा 20 से 40 मिनट तक का इंतजार
सुबह-शाम व्यस्त समय में मेट्रो स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लंबी कतारें लगने लगी हैं। उन्हें स्टेशन पर पहुंचने के लिए कतार में 20 से 40 मिनट तक इंतजार करना पड़ रहा है क्योंकि मेट्रो सिर्फ 50 फीसद यात्री क्षमता के साथ रफ्तार भर रही है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। कोरोना वायरस की दूसरी लहर थमने के बाद कामकाजी लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। इससे सुबह-शाम व्यस्त समय में मेट्रो स्टेशनों के बाहर यात्रियों की लंबी कतारें लगने लगी हैं। उन्हें स्टेशन पर पहुंचने के लिए कतार में 20 से 40 मिनट तक इंतजार करना पड़ रहा है। सुबह में पीक आवर के दौरान द्वारका मोड स्टेशन पर यात्रियों को मेट्रो के लिए 40 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। वहीं, रोजाना शाम में यही हाल राजीव चौक स्टेशन पर होता है, जबकि मेट्रो खाली ही रफ्तार भर रही होती है और सिर्फ 10 फीसद क्षमता के साथ मेट्रो चल रही है।
दिल्ली मेट्रो में फिलहाल सिर्फ 50 फीसद यात्री कर रहे हैं सफर
दरअसल, मेट्रो में अभी खड़े होकर सफर करने का प्रविधान नहीं है। खड़े होकर सफर करने पर दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) द्वारा चालान किया जा रहा है। मेट्रो में अभी एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था है। मेट्रो की सीट क्षमता करीब 50 है, जबकि सामान्य तौर पर एक कोच में करीब 300 यात्रियों के सफर करने की क्षमता है।
कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर एक कोच में 300 यात्रियों के सफर करने की छूट तो नहीं हो सकती, लेकिन दूसरी लहर से पहले शारीरिक दूसरी के नियम का पालन करते हुए खड़े होकर सफर करने का भी प्रविधान था। इसके लिए मेट्रो के कोच में यात्रियों के खड़े होने के लिए लाइनें भी बनाई गई थीं। मौजूदा समय में एक कोच में अधिकतम 25 से 27 यात्री सफर कर पाते हैं। शारीरिक दूसरी के नियम के साथ खड़े होने की व्यवस्था लागू हो तो 50 से 60 यात्री सफर कर सकते हैं। इस बाबत डीएमआरसी से यात्री मांग भी करने लगे हैं।
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि मेट्रो में कोरोना से बचाव के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन हो रहा है। भीड़ नियंत्रण को कुछ स्टेशन अस्थायी रूप से बंद भी किए जाते हैं। इससे यात्र में अधिक समय लगता है। क्योंकि स्टेशन पर कम संख्या में यात्रियों को प्रवेश मिलता है। यात्रियों को होने वाली परेशानी से डीएमआरसी अवगत है, लेकिन कोरोना से बचाव को लोगों का सहयोग जरूरी है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में नियमों में ढिलाई देने से यात्रियों को कुछ राहत मिलेगी।
मेट्रो में दोगुने हुए यात्री
दूसरी लहर में मेट्रो का परिचालन बंद होने के बाद जून को दोबारा मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ। इसके बाद से अब तक मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या दोगुनी हो गई है। सात जून को कुल मेट्रो में 6 लाख 38 हजार 677 यात्रियों ने यात्रएं की थीं। 14 जून को यह आंकड़ा बढ़कर 13 लाख 13 हजार 333 व 15 जून को 12 लाख 81 हजार 958 हो गई।
कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने पर लग रहा 200 रुपये फाइन
दिल्ली मेट्रो स्टेशन और ट्रेन में यात्रा के दौरान शारीरिक दूरी का नियम तोड़ने और मास्क नहीं पहनने पर लोगों के ऊपर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है। यह अलग बात है कि मास्क नहीं लगाने और शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने पर बाकी दिल्ली में 2000 रुपये का फाइन लगाया जाता है।