Delhi Meerut Expressway पर सुविधाओं में कमी से केंद्रीय मंत्री नाराज, कहा- मैंने तस्वीर देखी है, सड़क किनारे सुविधा नहीं है
Delhi Meerut Expressway Open केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यात्री सुविधाओं के अभाव को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि परियोजना का ठेकेदार सड़कों के किनारे पर्याप्त संख्या में उन यात्री सुविधाओं का निर्माण करने में विफल रहा जहां लोग रुककर खुद को तरोताजा कर सकें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। Delhi Meerut Expressway Open: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एक अप्रैल से वाहन चालकों का सफर जारी है। इसके बाद से लोग वाहन के जरिये दिल्ली से मेरठ सिर्फ 60 मिनट में, जबकि गाजियाबाद से 30 मिनट में मेरठ पहुंच रहे हैं। वहीं, इसके चालू होने के तीन सप्ताह बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यात्री सुविधाओं के अभाव को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि परियोजना का ठेकेदार सड़कों के किनारे पर्याप्त संख्या में उन यात्री सुविधाओं का निर्माण करने में विफल रहा, जहां लोग रुककर खुद को तरोताजा कर सकें।
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि हालांकि लोग दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के लिए उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने सड़क किनारे खराब तरीके से बनी यात्री सुविधाओं को देखा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सड़क किनारे कोई सुविधाएं नहीं हैं। मैंने तस्वीर देखी है। मैं ठेकेदार का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन, सड़क किनारे उसने, जो सुविधाएं बनायी है, वे इतनी खराब और गंदी हैं, कि कोई वहां शौचालय सुविधा का भी उपयोग नहीं करना चाहेगा। नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि देश को इस वक्त एलएंडटी जैसी 100 कंपनियों की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि छोटी कंपनियों को बड़ी बनने के लिए उचित सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
यहां पर बता दें कि एक अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे चालू कर दिया गया है, जिसके बाद दिल्ली से मेरठ गाजियाबाद हापुड़ शामली मुजफ्फर के साथ उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा रहे हैं। अगले कुछ दिनों के दौरान लोगों को सफर के लिए टोल भी देना होगा। कुलमिलाकर एक अप्रैल से वाहन चालक बिना टोल दिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर सफर कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब दिल्ली से वाहन मेरठ 60 मिनट में और गाजियाबाद से मेरठ 30 मिनट में पहुंच रहे हैं।
एक अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद दिल्ली से मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, शामली, मुजफ्फर के साथ उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा रहे हैं। कुल मिलाकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पश्चिम यूपी और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी के लिहाज से एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
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यह सुविधा है एक्सप्रेस-वे पर
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए डासना में पांच-पांच लेन उपलब्ध होंगी।
- एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ पांच-पांच लेने के टोल बूथ बनाए गए है, लेकिन टोल बूथों के बीच में करीब 100 मीटर का अंतर रखा गया है।
- डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में 72 कैमरे लगाए गए हैं।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को कुशलिया में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से इंटरचेंज बनाकर जोड़ा गया है। इस इंटरचेंज पर भी टोल बूथ बनाए गए हैं।
- एक्सप्रेस-वे के चरण संख्या-चार यानी मेरठ से डासना के 32 किमी खंड पर मेरठ के काशी गांव में 19 बूथों का टोल प्लाजा बनाया गया है।