दिल्ली को सामना करना पड़ सकता है बिजली किल्लत का, सीएम केजरीवाल ने पीएम को लिखा पत्र
दिल्ली के लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि वह व्यक्तिगत रूप से इस पर नजर बनाए हुए हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में आने वाले समय में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। बिजली संकट के संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि वह व्यक्तिगत रूप से इस पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी मंशा है कि आने वाले समय में लोगों को बिजली कटौती की समस्या से न जूझना पड़े।
दिल्ली के लोगों को बिजली संकट न हो इससे बचने के उनकी सरकार की ओर से भी विकल्प तलाशे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि दादरी एनटीपीसी और झज्जर टीपीएस में अन्य प्लांटों से कोयले की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए क्योंकि इन्हीं दोनों प्लांट के जरिए दिल्ली में बिजली सप्लाई हो रही है। मुख्यमंत्री ने कोयले की कमी को देखते हुए भविष्य में आने वाले बिजली संकट को लेकर प्रधानमंत्री से सहयोग की मांग की है।
Coal shortage | Delhi CM Arvind Kejriwal writes to PM Narendra Modi, requesting the intervention of the latter's office for diversion of adequate coal & gas to power plants supplying electricity to the national capital pic.twitter.com/9BaJXvp7q4
— ANI (@ANI) October 9, 2021
मुख्यमंत्री का कहना है कि दिल्ली में बिजली संकट होने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होगी। दिल्ली में चलने वाले वैक्सीनेशन अभियान, हेल्थ सेंटर, अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका विपरीत असर पड़ेगा।बिजली की सप्लाई में दिक्कत होने से लोगों को पेयजल समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
बता दें कि दिल्ली में हाल में केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का निर्णय लिया है। इसलिए भी दिल्ली को ज्यादा से ज्यादा बिजली की जरूरत पड़ेगी। यह भी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली को जल्द ही इलेक्टिक बसों का पहला बेड़ा मिलने की संभावना है। इन बसों के लिए नए डिपो भी लगभग तैयार हो गए हैं। इनमें 90 फीसद काम पूरा हो चुका है। इस साल 26 मार्च को दिल्ली कैबिनेट ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) द्वारा 300 लो-फ्लोर इलेक्टिक वातानुकूलित बसों की खरीद की अनुमति दे दी थी। कोरोना की दूसरी लहर ने इलेक्टिक बसों की डिलीवरी और एक महीने से अधिक समय तक बस डिपो पर चार्जिंग स्टेशनों जैसे सहायक बुनियादी ढांचे के निर्माण को प्रभावित किया। बसों का रोल आउट अब बहुत जल्द शुरू होने की उम्मीद है और डीटीसी बस डिपो रोहिणी-एक और दो, मुंडेला कलां, सुभाष प्लेस, मायापुरी, रोहिणी, राजघाट-दो, हरि नगर, सुखदेव विहार आदि को तैयार किया जा रहा है।