LockDown 4 Guidelines: लॉकडाउन-4 में दिल्ली मांगे मोर, यहां पढ़िए- छूट की पूरी लिस्ट, जो चाहते हैं दिल्ली वाले
LockDown 4 Guidelines आइये जानते हैं कि दिल्ली में रहने वाले लाखों लोग लॉकडाउन-4 के दौरान आगामी 18 मई से क्या छूट चाहते हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। LockDown 4 Guidelines : रात 12 बजे लॉकडाउन-3 की समाप्ति और सोमवार से लॉकडाउन-4 की शुरुआत हो रही है। यही वजह है कि अगले कुछ घंटों में लॉकडाउन-4 के दौरान दी जाने वाली छूट एलान होने वाला है। पहले केंद्र सरकार राष्ट्रव्यापी स्तर पर छूट का एलान करेगी, फिर राज्य सरकारें अपनी ओर से सहूलियत और सुविधा को देखते हुए राहत की घोषणा करेंगी। इनमें दिल्ली सरकार भी शामिल है, जो केंद्र सरकार की ओर नजरें टिकाए हुए हैं। आइये जानते हैं कि दिल्ली में रहने वाले लाखों लोग लॉकडाउन-4 के दौरान आगामी 18 मई से क्या छूट चाहते हैं।
बसें चलें, मेट्रो भी भरे रफ्तार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले सप्ताह दिल्ली वासियों से लॉकडाउन-4 के दौरान छूट के बारे में लोगों से राय जाहिर करने के लिए गुजारिश की थी। केजरीवाल की इस अपील पर दिल्ली के 5 लाख से अधिक लोगों ने अपनी राय जाहिर की थी, जिन्होंने दिल्ली में कई तरह की छूट दिए जाने की बात की थी।। इनमें ज्यादातर लोगों ने बसों के साथ दिल्ली मेट्रो के संचालन को लेकर भी अपनी सहमति जताई थी। लोगों को कहना था कि सीमित संख्या और सीमित यात्रियों के साथ मेट्रो का संचालन होने के साथ बसें भी चलाई जानी चाहिए।
अधिक मात्रा में खुलें दुकानें
दिल्ली वालों ने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा था कि शॉपिंग मॉल को खोलना चाहिए। इसी के साथ लॉकडाउन-4 के दौरान होटल बंद रखना चाहिए, लेकिन रेस्तरां खोले जाने चाहिए। ज्यादातर लोगों ने अधिक दुकानों को खोलने की बात कही थी, लेकिन नाई की दुकानों को छोड़कर। लोगों को कहना था कि रोजमर्रा के सामान की दुकानों ज्यादा मात्रा में खोली जानी चाहिए।
ऑटो दौड़ें, टैक्सी भी चले
दिल्ली वालों की राय है कि लॉकडाउन-4 के दौरान दिल्ली में आवाजाही शुरू हो, इसके लिए ऑटो-टैक्सी का चलना प्रारंभ हो। इसी के साथ संचालन के नियम भी बनें, जैसे फीजिकल डेस्टेंसिंग के तहत ऑटो और टैक्सी में सिर्फ एक ही सवारी बैठाई जाए।
ऑड-ईवन के आधार पर खुलें दुकानें
दिल्ली वालों ने यह मांग भी की है कि रेड जोन को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में ऑड-ईवन के आधार पर दुकानें खोली जानी चाहिए। इससे लोगों को खरीदारी में आसानी होगी तो अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आएगी।