Coronavirus: दुनिया के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर का एलजी ने किया उद्घाटन
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने रविवार को छतरपुर में स्थित सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन किया। छतरपुर स्थित सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर के उद्घाटन के मौके पर दिल्ली के आला अधिकारी के साथ आईटीबीपी के अफसर भी मौजूद रहे।
सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीजों के लिए दस हजार बेड की व्यवस्था है। इस दौरान एलजी को अधिकारियों ने कोविड केयर सेंटर के बारे में जानकारी दी। एलजी ने अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश दिए।
बता दें कि आईटीबीपी ने छतरपुर स्थित राधा स्वामी ब्यास में इस अस्पताल को बनाया है। यहां पर मरीजों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है।
उधर, डीआरडीओ की तरफ से दिल्ली कैंट में सरदार बल्लभ भाई पटेल कोविड 19 अस्पताल बनाया है। एक अधिकारी ने बताया कि अस्थाई अस्पताल का ढांचा 11 दिनों में बनाया गया है और इसमें 1,000 बेड होंगे जिनमें 250 ICU बेड होंगे।
दिल्ली में कोरोना के 2505 नए मामले मिले, 55 की मौत
राजधानी में शनिवार को कोरोना के 2505 नए मामले सामने आए। इससे संक्रमितों की संख्या 97 हजार के पार पहुंच गई है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से संक्रमण की दर में कमी आई है, लेकिन पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 55 मरीजों की मौत हो गई। राहत की बात यह है कोरोना से ठीक होने वालों की दर लगातार बढ़ रही है। एक दिन में 2632 मरीज ठीक हुए हैं। इससे अब तक कुल 70.22 फीसद मरीज ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अब तक कुल 97,200 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 68,256 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं 55 और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 3004 हो गई है। दिल्ली में अभी कुल 25,940 सक्रिय मरीज हैं। इसमें से 5522 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं कोविड हेल्थ सेंटर में 153 और कोविड हेल्थ केयर सेंटर में 1756 मरीज भर्ती हैं।
डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन में रह सकते हैं बुजुर्ग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय ने तीन दिन पहले होम आइसोलेशन को लेकर नया दिशानिर्देश जारी किया है। इसी के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी दिशानिर्देश जारी किया। इसके तहत यदि डॉक्टर सलाह दें तो बुजुर्ग व पुरानी बीमारियों से पीड़ित हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है। घर में मरीज की देखभाल के लिए किसी का होना आवश्यक है। यदि डॉक्टर सलाह नहीं देते हैं तो ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा।