इतिहासकार विक्रम संपत के खिलाफ ट्रस्के की तरफ से किए गए ट्वीट हटाए ट्विटरः हाई कोर्ट
दिल्ली हाई कोर्ट ने बृहस्पतिवार को ट्विटर को अमेरिकी इतिहासकार आद्रे ट्रस्के द्वारा इतिहासकार विक्रम संपत के खिलाफ किए गए ट्वीट हटाने का आदेश दिया है। संपत ने अपनी याचिका में कहा था कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली हाई कोर्ट ने बृहस्पतिवार को ट्विटर को अमेरिकी इतिहासकार आद्रे ट्रस्के द्वारा इतिहासकार विक्रम संपत के खिलाफ किए गए ट्वीट हटाने का आदेश दिया है। संपत की तरफ से ट्रस्के समेत अन्य लोगों के खिलाफ दायर मानहानि के वाद पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति अमित बंसल की एकल पीठ ने यह आदेश दिया है। ट्रस्के ने स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी लिखने वाले इतिहासकार विक्रम संपत पर साहित्यिक चोरी का आरोप लगाते हुए कुछ ट्वीट किए थे। इस आरोप को लेकर ट्रस्के ने लंदन स्थित रायल हिस्टोरिकल सोसाइटी को पत्र भी लिखा था।
इतिहासकार विक्रम संपत ने अपनी याचिका में कहा था कि वह सावरकर की जीवनी के लेखक हैं और रायल हिस्टोरिकल सोसाइटी के फेलो हैं। उन्होंने हाई कोर्ट को बताया कि इस महीने की शुरूआत में अमेरिकी इतिहासकार आद्रे ट्रस्के, अनन्या चक्रवर्ती, रोहित चोपड़ा ने लंदन स्थित रायल हिस्टोरिकल सोसाइटी को पत्र लिख कर सावरकर की दो खंडों वाली जीवनी के संबंध में साहित्यिक चोरी के गंभीर आरोप लगाए थे।
संपत ने इन तीनों के अलावा दो अन्य लोगों को प्रतिवादी बनाया था। संपत ने अपनी याचिका में कहा था कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं। बता दें कि संपत ने वाद दायर कर प्रतिवादियों से दो करोड़ रुपये हर्जाना मांगा है। इस मामले में 18 फरवरी को हुई सुनवाई में पीठ ने अंतरिम राहत देते हुए मानहानिकारक सामग्री प्रकाशित करने पर रोक लगाई थी।