हस्तसाल के लोगों को 16 साल के इंतजार के बाद मिला अस्पताल का तोहफा, पढ़िए क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
उत्तम नगर स्थित हस्तसाल में 690 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है। उधर दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल राव तुला राम अस्पताल व गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल में बेड व स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार का कार्य भी जारी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार कार्य जारी है। इंदिरा गांधी अतिविशिष्ट अस्पताल के शुरू होने के बाद उत्तम नगर स्थित हस्तसाल में 690 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है। उधर, दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल, राव तुला राम अस्पताल व गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल में बेड व स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार का कार्य भी जारी है। कोरोना महामारी के दौरान बेड व आक्सीजन की किल्लत एक बड़ी चुनौती थी, पर उम्मीद है कि आगामी वर्षो में ऐसी समस्या सामने नहीं आएगी।
जून 2023 तक काम पूरा होने का दावा: शिलान्यास के करीब 16 वर्षो बाद हस्तसाल में प्रस्तावित छह एकड़ जमीन पर 11 मंजिला अस्पताल के निर्माण का कार्य आखिरकार शुरू हो गया है। यहां अत्याधुनिक आपरेशन थिएटर, रेडियोलाजी विभाग, ब्लड बैंक समेत अतिविशिष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं शुरू की जाएगी। फिलहाल क्षेत्र में जनकपुरी स्थित अतिविशिष्ट अस्पताल एकमात्र सरकारी अस्पताल है, जहां अतिविशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं।
211 करोड़ 12 लाख की इस परियोजना को जून 2023 तक पूरा करने का दावा किया गया। ज्ञात हो 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अस्पताल निर्माण कार्य की आधारशिला रखी थी। पर इन 16 वर्षो में जब परियोजना एक इंच भी परवान नहीं चढ़ी तब लोगों ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया। सरकारी उपेक्षा के बीच इस जमीन का इस्तेमाल कूड़ा व मलबा फेंकने के लिए किया जाने लगा। स्थिति ऐसी है कि अस्पताल की जमीन के सामने की सड़क से आप नाक पर कपड़ा रखे बिना गुजर भी नहीं सकते। अब जब अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है, तो लोगों में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है।
इन इलाकों के लोगों को मिलेगी सुविधा
विकासपुरी, उत्तम नगर, हस्तसाल, विकास नगर की घनी आबादी को अस्पताल शुरू होने के बाद काफी लाभ मिलेगा। अभी लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डीडीयू अस्पताल पर आश्रित है। जिसके कारण डीडीयू अस्पताल पर मरीजों का अतिरिक्त भार है।
अगले साल इंदिरा गांधी अतिविशिष्ट अस्पताल भी हो जाएगा शुरू
इंदिरा गांधी अतिविशिष्ट अस्पताल को भी वर्ष 2023 में पूर्ण रूप से शुरू करने का दावा किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मचारियों की नई भर्ती भी शुरू हो चुकी है। नजफगढ़ में केंद्र सरकार का 100 बेड का अस्पताल भी बनकर तैयार है। उम्मीद है इस वर्ष उसे शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, ¨बदापुर स्थित चाणक्य प्लेस 60 फुटा रोड पर करीब 2700 वर्ग क्षेत्रफल की जमीन पर 100 बेड का जच्चा-बच्चा अस्पताल बनाने का कार्य भी जल्द शुरू करने का दावा किया जा रहा है।