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दिल्लीवालों को सरकार ने दी बड़ी राहत, गलियों में अब दिखाई नहीं पड़ेंगे बिजली के लटकते नंगे तार

दिल्ली सरकार ने दिल्लीवालों बड़ी राहत दी है। सरकार लोगों की जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर 11 किलोवाट के लटकते नंगे बिजली तारों को केबल में बदलेगी। बिजली मंत्री ने कहा है कि दिल्ली के अंदर गुजरते 11 किलोवाट के नंगे बिजली के तार जान-माल के लिए खतरा हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 07 Nov 2021 10:25 AM (IST)Updated: Sun, 07 Nov 2021 10:25 AM (IST)
दिल्लीवालों को सरकार ने दी बड़ी राहत, गलियों में अब दिखाई नहीं पड़ेंगे बिजली के लटकते नंगे तार
दिल्लीवालों को मिलेगी बिजली के लटकते नंगे तारों से मुक्ति

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सरकार ने दिल्लीवालों बड़ी राहत दी है। सरकार लोगों की जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर 11 किलोवाट के लटकते नंगे बिजली तारों को केबल में बदलेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई केबिनेट बैठक में 11 केवी के बेयर कंडक्टर (नंगे तार) को इंसुलेटेड कंडक्टर (केबल) में बदलने की नीति का प्रस्ताव रखा गया जिसे विचार-विमर्श के बाद मंजूरी दे दी गई है। 

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि एक जिम्मेदार और संवेदनशील सरकार होने के नाते दिल्ली की जनता को हर स्तर पर सुरक्षा और सुविधाएं प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। 

इसी के मद्देनजर यह नीति लाई गई है ताकि बेयर कंडक्टर को इंसुलेटेड कंडक्टर में बदलकर दिल्ली की जनता को जान-माल के संभावित खतरे से हमेशा के लिए छुटकारा दिलाया जा सके। दिल्ली सरकार दिल्ली की गलियों में लटकते बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड करने पर काम भी कर रही है ताकि दिल्ली की जनता विद्युत खतरे से पूरी तरह सुरक्षित हो सके,साथ ही इससे दिल्ली की खुबसूरती में भी चार चांद लग सकें।

वहीं बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि दिल्ली के अंदर गुजरते 11 किलोवाट के नंगे बिजली के तार दिल्लीवालों की जान-माल के लिए खतरा बने हुए हैं। मौजूदा समय में मानव जीवन के लिए खतरा बने एचटी (11केवी, 33केवी और 66केवी) और एलटी 400 वोल्ट विद्युत ट्रांसमिशन लाइनों के स्थानांतरण को लेकर विद्युत विभाग के पास पहले से एक नीति है जिसे दिल्ली कैबिनेट ने अगस्त 2018 में मंजूर किया था।

इससे पहले सीएम की अध्यक्षता में मार्च 2020 में जगमगाती दिल्ली प्रोग्राम को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें बिजली से सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए बिजली वितरण कंपनी डिस्काम को 11 केवी बेयर कंडक्टर के पूरे नेटवर्क को इंसुलेटेड कंडक्टर नेटवर्क में बदलने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया था। डिस्काम ने प्रस्ताव बनाकर दिल्ली सरकार के विद्युत विभाग को सौंपा था जिसे मंजूरी के लिए विभाग ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आयोजित कैबिनेट में रखा।

बता दें कि डिस्काम (टीपीडीडीएल, बीआरपीएल और बीवाईपीएल) द्वारा दिल्ली के अपने संबंधित वितरण क्षेत्रों में 11 केवी नेटवर्क का रखरखाव किया जाता है। इसलिए इसका ब्यौरा उपलब्ध कराने के लिए इस मामले को बैठक में डिस्काम के साथ उठाया गया था।डिस्काम द्वारा दिल्ली में कुल 2264 किलोमीटर लंबाई के बेयर कंडक्टर नेटवर्क को इंसुलेटेड नेटवर्क में बदला जाना है। जिसमें डिस्काम के अंतर्गत आने वाली टीपीडीडीएल कंपनी 1270 किलोमीटर, बीवाइपीएल कंपनी 29 किलोमीटर और बीआरपीएल कंपनी 965 किलोमीटर बेयर कंडक्टर नेटवर्क को इंसुलेटेड नेटवर्क में बदलेगी।


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