कोरोना के खिलाफ लड़ाई के नाम पर सरकार का सिर्फ जुर्माना वसूली पर ध्यान: रामवीर सिंह बिधूड़ी
भाजपा ने दिल्ली सरकार से दुकानदारों को राहत देने की मांग की है। आरोप है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने के बजाय दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है। सम-विषम आधार पर दुकानें खोलने के नियम से दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भाजपा ने दिल्ली सरकार से दुकानदारों को राहत देने की मांग की है। उसका कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने के बजाय दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है। सम-विषम आधार पर दुकानें खोलने के नियम से दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस तरह के प्रतिबंध खत्म कर कोरोना से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने की जरूरत है। इसे लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
उनका कहना है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के नाम पर सरकार सिर्फ जुर्माना वसूली पर ध्यान दे रही है। इससे व्यापारियों और दुकानदारों की मुश्किल बढ़ गई है। सप्ताहांत कर्फ्यू के तौर पर शनिवार और रविवार को सभी बाजार बंद रखने का आदेश है। शेष पांच दिनों में सम विषम के आधार पर दुकानें खोलने की इजाजत है। इस वजह से सप्ताह में एक दुकान दो या तीन दिन खुल रहे हैं। इससे दुकानदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों को वेतन, दुकान का बिजली बिल और अन्य सरकारी करों का भुगतान करना है। सप्ताह में दो दिन दुकान खोलकर सभी खर्चे नहीं निकाले जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले 15 दिनों में कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के कारण जुर्माने के रूप में 15 करोड़ रुपये वसूले हैं। सरकार ने जुर्माने को आमदनी का एक साधन मान लिया है। सरकार को इस राशि का इस्तेमाल बाजारों में कोरोना नियमों का पालन कराने के लिए होमगार्ड और सिविल डिफेंस के वालंटियर्स की तैनाती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मेट्रो और बसें पूरी क्षमता से चल सकती हैं तो फिर बाजार क्यों नहीं खोले जा सकते।