दिल्ली में पेट्रोल व डीजल के दाम कम होने के अभी नहीं आसार
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बारे में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों से बात करने के बाद ही कोई फैसला लेगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में पेट्रोल व डीजल के दाम कम होने के आसार नहीं हैं। दिल्ली सरकार फिलहाल वैट कम करने को तैयार नहीं है। जानकारों की मानें तो सरकार की ओर से पेट्रोल व डीजल पर वैट कम करने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बारे में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों से बात करने के बाद ही कोई फैसला लेगी। ऐसे में जब तक दिल्ली सरकार वैट कम करने का फैसला नहीं लेती है, तब तक दिल्ली की जनता को पड़ोसी राज्यों से दो से ढाई रुपये महंगा पेट्रोल व डीजल खरीदना पड़ेगा।
इसके अलावा लोगों के पास पड़ोसी राज्यों में जाकर अपने वाहनों में सस्ता पेट्रोल-डीजल भरवाने का भी विकल्प है। हालांकि पड़ोसी राज्यों के पेट्रोल पंपों पर दिल्ली के लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है। सत्ता में आते ही आप सरकार की ओर से 2015 में पेट्रोल पर वैट दर 20 से बढ़ाकर 25 फीसद और डीजल पर 12.5 से बढ़ाकर 16.6 फीसद कर दी गई।
19 जनवरी 2016 में एक बार फिर पेट्रोल पर 2 फीसद और डीजल पर 1.4 फीसद फीसद वैट बढ़ाया गया। इसके बाद वैट को लेकर व्यापारियों ने जब अंदरूनी तौर पर आप सरकार का विरोध शुरू कर दिया तो सरकार ने 7 मई 2016 को केवल डीजल से ही वैट कम किया। डीजल पर वैट कम करके 18 से घटाकर 16.75 फीसद कर दिया था। तब से अब इस समय तक पेट्रोल पर वैट 27 फीसद और डीजल पर 16.75 फीसद वैट लिया जा रहा है।
अब पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश व हरियाणा ने जनता को बड़ी राहत देते हुए दो दिन पहले ढाई रुपये वैट कम कर दिया था, लेकिन दिल्ली सरकार ने इस दिशा में कदम नहीं उठाया है। जबकि 25 सितंबर को चंडीगढ़ में हुई बैठक से पहले माना जा रहा था कि दिल्ली सरकार इस बैठक में पेट्रोल व डीजल के लिए वैट में कम से कम दो रुपये छूट देने का फैसला लेगी।
बैठक में डीजल व पेट्रोल के दाम करने पर चर्चा जरूर हुई, मगर दिल्ली सरकार ने वैट कम करने को अपनी ओर से कोई पहल नहीं की। बैठक के बाद से दिल्ली सरकार वैट कम करने के मुद्दे पर अब तक चुप है। वैट विभाग के एक अधिकारी कहते हैं कि अभी एक ही दिन हुआ है, यदि दिल्ली सरकार वैट कम नहीं करती है तो दिल्ली के राजस्व पर इसका असर जरूर पड़ेगा।
दिल्ली: पेट्रोल 81.68 पैसे, डीजल 73.24 पैसे
उत्तर प्रदेश: पेट्रोल 81.76 पैसे डीजल 79.20 पैसे
हरियाणा: पेट्रोल 80.37 पैसे डीजल 72.14 पैसे
दामों में कुल अंतर
नोएडा और गाजियाबाद में दिल्ली से पेट्रोल 2 रुपये 48 पैसे और डीजल 1 रुपये 90 पैसे सस्ता हो गया है। इसी तरह हरियाणा से दिल्ली में पेट्रोल 1 रुपये 31 पैसे और डीजल 1 रुपये 10 पैसे महंगा है।
कपिल मिश्रा (पूर्व मंत्री व विधायक) का कहना है कि केजरीवाल को जनता की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। सस्ता हो जाने से दिल्ली के लोग उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पेट्रोल-डीजल लेने जा रहे हैं। दिल्ली की जनता को परेशानी हो रही है और सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। मगर केजरीवाल जनता को हो रही परेशानी का तमाशा देख रहे हैं।
निषित गोयल (प्रवक्ता, दिल्ली पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन) ने बताया कि दिल्ली में कम से कम वैट चार रुपये कम किया जाना चाहिए। दूसरे राज्यों में पेट्रोल-डीजल का दाम कम होने से हमारे कारोबार पर असर पड़ा है। मगर सरकार आज कल कर रही है। जबकि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जरूरत है।
विजेंद्र गुप्ता (नेता प्रतिपक्ष दिल्ली विधानसभा) का कहना है कि केजरीवाल सरकार जनविरोधी है। इसे जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीें है। आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद दिल्ली में पेट्रोल पर 12 फीसद और डीजल पर 10.5 फीसद वैट बढ़ाया गया है। यह सरकार जनता की सरकार होने का ढोंग कर रही है।