Delhi Factory Inspection News: दक्षिणी निगम ने नियमों के खिलाफ चल रही फैक्ट्रियों का किया सर्वे, सैकड़ों में मिला उल्लंघन, जानें अन्य डिटेल
मुंडका की घटना के बाद उत्तरी निगम ने भी रिहायशी और औद्योगिक क्षेत्रों में चलने वाली फैक्टि्रयों और अन्य औद्योगिक इकाइयों का सर्वे किया था जिसमें बड़ी संख्या में फैक्टि्रयां बिना लाइसेंस के पाई गई थीं वहीं कई फैक्टि्रयों पर तो फायर की एनओसी तक नहीं थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जिस मुंडका हादसे में 27 लोगों की जिंदगी खाक हो गई उससे दक्षिणी निगम की भी कुंभकर्णी नींद खुल गई है। उत्तरी के बाद दक्षिणी निगम ने भी अपने यहां नियमों के खिलाफ चल रही फैक्टि्रयों का सर्वे शुरू किया है, जिससे उसके अपने ही सर्वे में निगम की लापरवाही की पोल खुल गई है। निगम के सर्वे में 161 में से मात्र 57 फैक्टि्रयां ही नियमों के अनुरूप चलती पाई गई हैं। बाकी 104 फैक्टि्रयां बिना नियमों के पालन के चल रही थीं।
अगर, मुंडका की घटना नहीं होती तो ये फैक्टि्रयां यूं ही चलती रहतीं। दक्षिणी निगम के अनुसार मुंडका अग्निकांड के बाद चारों जोन में फैक्टि्रयों में आग दुर्घटना को रोकने व जरूरी सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए सर्वे शुरू किया गया है। सर्वे के में फैक्टरियों के पास उचित लाइसेंस, अग्निशमन विभाग से अनापत्ति (एनओसी) और अन्य सुरक्षा नियमों का अनुपालन की जांच की जा रही है। दक्षिणी निगम में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों और रिहायशी क्षेत्र में फैक्टि्रयों और गोदामों की जांच की जा रही है।
सर्वे में 161 फैक्टि्रयों का सर्वे किया गया है। इसमें 57 फैक्टि्रयां ही नियमों के तहत संचालित पाई गई हैं। बिना नियमों के पालन किए चल रही 104 फैक्टि्रयों में से 42 की बिजली काटी गई है, जबकि 57 को नोटिस दिया गया है। निगम ने जारी बयान में बताया कि इस संबंध में सभी क्षेत्रीय सहायक आयुक्त की निगरानी में टीम गठित की गई है, जिसमें लाइसेंस इंस्पेक्टर व अन्य क्षेत्रीय अधिकारी शामिल हैं। निगम के अनुसार सर्वे के दौरान निगम अधिकारियों की ओर से फैक्ट्री मालिकों को फैक्टि्रयों में आग लगने से बचने के लिए लाइसेंस लेने की प्रक्रिया से भी अवगत कराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुंडका की घटना के बाद उत्तरी निगम ने भी रिहायशी और औद्योगिक क्षेत्रों में चलने वाली फैक्टि्रयों और अन्य औद्योगिक इकाइयों का सर्वे किया था, जिसमें बड़ी संख्या में फैक्टि्रयां बिना लाइसेंस के पाई गई थीं, वहीं कई फैक्टि्रयों पर तो फायर की एनओसी तक नहीं थी।