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Delhi Crime: फर्जी अश्लील वीडियो भेजकर ठगी करने वाले गिरोह के छह बदमाश गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने फर्जी अश्लील वीडियो भेजकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के छह बदमाशों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला बनकर ऑन लाइन माध्यम से लोगों से दोस्ती बढ़ाते थे।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 06:59 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 06:59 PM (IST)
Delhi Crime: फर्जी अश्लील वीडियो भेजकर ठगी करने वाले गिरोह के छह बदमाश गिरफ्तार
महिला बनकर ऑन लाइन माध्यम से लोगों से बढ़ाते थे दोस्ती फिर करते थे ठगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने फर्जी अश्लील वीडियो भेजकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के छह बदमाशों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला बनकर ऑन लाइन माध्यम से लोगों से दोस्ती बढ़ाते थे।

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बाद में वीडियो चैट कर उनका संपादित फर्जी अश्लील वीडियो पीड़ित को भेज उससे रुपये की मांग करते थे। ठग 40 से अधिक लोगों से अब तक 25 लाख से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं। बदमाशों के पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए 17 मोबाइल फोन, 2 एटीएम कार्ड, चेकबुक इत्यादि जब्त किए जाने के साथ ही उनके 10 बैंक खातों को फ्रिज करा दिया है। पुलिस अब अन्य पीड़ितों की पहचान की कोशिश कर रही है।

साइबर क्राइम यूनिट के डीसीपी अन्येष रॉय ने बताया कि गत कुछ हफ्ते से पुलिस को फर्जी अश्लील वीडियो के माध्यम से लोगों से ठगी की शिकायतें मिल रही थीं। इस संबंध में 12 पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया था कि फेसबुक व ऑन लाइन मीडिया के माध्यम से महिला के नाम से बनाए प्रोफाइल के माध्यम से ठगों ने उनसे संपर्क किया था। शुरू में उन्होंने चैट के माध्यम से दोस्ती बढ़ाई। बाद में मैसेंजर या व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल की गई।

बदमाशों ने उनकी कॉल के साथ अश्लील वीडियो क्लिप को रिकॉर्ड कर लिया और बाद में उस आपत्तिजनक वीडियो को उनके पास भेज दिया। ठगों ने ऑन लाइन मीडिया पर उन वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर उनसे रुपये मांगे। बदनामी के डर से कई लोगों ने तीस हजार रुपये तक की राशि बदमाशों को ऑन लाइन स्थानांतरित भी कर दी। शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इंस्पेक्टर संजीव सोलंकी की टीम ने मामले की छानबीन शुरू की। तकनीकी सर्विलांस से पता चला कि बदमाश राजस्थान के भरतपुर से ठगी की वारदात कर रहे हैं।

उन्होंने फर्जी पहचान पर ऑन लाइन मीडिया पर प्रोफाइल बना रखे थे। वहीं, मोबाइल सिम और बैंक खातों के लिए भी फर्जी आईडी का उपयोग किया गया था। इसका पता चलने के बाद साइबर क्राइम यूनिट ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर चार जनवरी को भरतपुर में छापा मारा और आरोपित वारिस, रईस, अन्नय खान, वाहिद, मुफीद और अकरम को गिरफ्तार कर लिया। भरतपुर निवासी सभी बदमाशों की उम्र 21 से 30 वर्ष के बीच है।

सावधानी बरत बचे ठगी से

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सावधानी बरत साइबर ठगी से बचा जा सकता है। इसलिए लोग अजनबी अथवा जिन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले सतर्कता बरतें। अजनबियों के साथ वीडियो चैट में शामिल न हों। क्योंकि ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो को आसानी से बदला जा सकता है। ऐसे ठगों की धमकी में ना आएं और उसे कभी रुपये न दें। फर्जी प्रोफाइल या ट्रू कॉलर पर प्रदर्शित किए गए फोन नंबरों आदि के जरिए धोखा न खाएं। ऐसी घटना होने पर इसकी शिकायत तुरंत पुलिस में करें।  

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