Delhi Coronavirus Vaccination: टीकाकरण में फिसड्डी रहा लोकनायक अस्पताल
इसमें सबसे कम लोकनायक अस्पताल में सोमवार को दूसरे दिन टीकाकरण हुआ जिसमें महज 12 स्वास्थ्य कर्मियों को पूरे दिन में टीका दिया गया। इसमें वे लोग भी शामिल रहे जिन्हें पहले दिन भी टीका दिया जाना था। मध्य जिले में सबसे कम टीकाकरण लोकनायक अस्पताल में हुआ।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नई और पुरानी दिल्ली में सोमवार को दूसरे दिन कोरोना का टीकाकरण किया गया। मध्य जिले में बने नौ केंद्रों पर टीकाकरण किया गया, जिसमें कुल 427 डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को टीका दिया गया।
इसमें सबसे कम लोकनायक अस्पताल में सोमवार को दूसरे दिन टीकाकरण हुआ, जिसमें महज 12 स्वास्थ्य कर्मियों को पूरे दिन में टीका दिया गया। इसमें वे लोग भी शामिल रहे, जिन्हें पहले दिन भी टीका दिया जाना था। जिन लोगों का निर्धारित दिन पर टीका नहीं लगा तो उन्हें एक से दो महीने के बाद टीका लगाया जाना था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण टीकाकरण कराने के लिए नहीं आए स्वास्थ्य कर्मियों को दोबारा से काल व मैसेज किए।
लोकनायक अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, पहले दिन केवल 32 लोगों को टीकाकरण कराने के बाद भी अस्पताल में कम टीकाकरण हुआ था, जिसकी संख्या बढ़ाने के लिए अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।
ऐसे में कोविन-एप के जरिये पहले दिन टीकाकरण कराने के लिए नहीं आए लोगों को दोबारा से मैसेज किया गया। इसके बाद भी मध्य जिले में सबसे कम टीकाकरण लोकनायक अस्पताल में हुआ।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन और अस्पताल दोनों के कर्मचारी कोविन-एप के जरिये स्वास्थ्य कर्मियों और डाक्टरों को टीकाकरण का संदेश भेजने का काम कर रहे हैं। इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन की संबंधित व्यक्ति से संपर्क करने की जिम्मेदारी होती है। अस्पताल के निदेशक सुरेश कुमार का कहना है कि एप में तकनीकी खराबी आने के कारण लोगों को संदेश नहीं हो पाया था। टीकाकरण कराने वालों को संदेश देने की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
उधर, अपर जिला मजिस्ट्रेट नागेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि पूरे जिले में 427 स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण किया गया है। इसमें सबसे अधिक बीएल कूपर अस्पताल में 95 लोगों को टीका लगाया गया है, वहीं सबसे कम लोकनायक में 12 लोगों को टीका लगाया गया है। लोगों को संदेश देने की जिम्मेदारी संबंधित अस्पताल और कोविन एप में शामिल कर्मचारियों की है। दोबारा संदेश देने भेजने वाले प्रकरण की जांच की जाएगी, जिसके बाद प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई की जाएगी।
लोगों की बातें
प्रियकांत शर्मा निवासी तिमारपुर का कहना है कि पहले दिन 32 और दूसरे दिन केवल 12 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया, कोरोना के लिए बना टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण कराने के बाद अच्छा महसूस कर रहा हूं। सभी लोगों को टीका लगवाना चाहिए।
ओम प्रकाश, निवासी मंडावली का कहना है कि टीकाकरण कराने के बाद भी पहले जैसा ही महसूस कर रहा हूं। कोरोना का टीका सुरक्षित है, जिसे अधिक से अधिक लोगों को लगवाना चाहिए।
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