Delhi Coronavirus: स्कूल बन रहे हैं सुपर स्प्रेडर, शिक्षकों की मांग पूरी तरह से हो बंदी
Delhi Coronavirus दिल्ली के स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षक कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। जिस कारण अब यहां के स्कूल सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। हाल ही में कोरोना के चलते कई शिक्षकों की मौत तक हो गई है।
नई दिल्ली, [रीतिका मिश्रा]। दिल्ली के स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षक कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। जिस कारण अब यहां के स्कूल सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। हाल ही में कोरोना के चलते कई शिक्षकों की मौत तक हो गई है। ऐसे में अब उनके परिवार वालों के साथ अन्य लोगों को भी कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है। एक तरफ स्कूल कोरोना महामारी से बचाव के तमाम एहतियात बरतने के दावे करते हैं पर कोरोना संक्रमित शिक्षकों की बढ़ती संख्या कुछ और ही बयान करती हैं। स्कूल में शिक्षक एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे शिक्षक और अन्य कर्मचारियों को अनजाने में संक्रमित कर रहे हैं। शिक्षक संगठनों के मुताबिक स्कूल अब सुपर स्प्रेडर बन चुके हैं। ऐसे में तत्काल प्रभाव से शिक्षकों के लिए भी स्कूलों को बंद किया जाना चाहिए।
राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव अजयवीर यादव ने बताया कि जिस तरह से कोरोना के मामलें स्कूलों में बढ़ रह हैं उससे ये संभव है कि चार से पांच हजार शिक्षक कोरोना से संक्रमित है। उन्होंने कहा कि 10वीं की परीक्षा रद और 12वीं की स्थगित हो चुकी है। ऐसे में स्कूलो में शिक्षकों की व्यक्तिगत उपस्तिथि की अभी कोई खास आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के संक्रमित होने से कई अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए स्कूलों का कुछ समय के लिए पूरी तरह से बंद होना ही उचित है। अजय के मुताबिक उन्होंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखकर स्कूलों को पूरी तरह से बंद करने की मांग भी की है।
वहीं, दास्तान (दिल्ली आल स्कूल टीचर एसोसिएशन) की महासचिव डा शशि नागर के मुताबिक जब छात्र ही स्कूल नहीं आ रहे तो शिक्षकों को स्कूल बुलाना पूरी तरह से गलत है। शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी 50 फीसद शिक्षकों को स्कूल बुलाने का निर्देश तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। क्योंकि धीरे-धीरे सभी शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं। इनके साथ इनके परिवार पर भी संक्रमण का खतरा है। इसमें कुछ की तो जान तक चली गई। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्कूल सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। ऐसे में सभी शिक्षकों के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें घर से कार्य करने की अनुमति मिलनी चाहिए और स्कूलों को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए।