Delhi Coronavirus Railway News: जानिए- किन सुविधाओं से लैस होंगे रेलवे के आइसोलेशन कोच
Delhi Coronavirus Railway News आइसोलेशन कोच में डॉक्टर एवं अन्य पारामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की होगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Coronavirus Railway News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिल्ली की कमान संभालने के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ हालात बदलने लगे हैं। इस कड़ी में भारतीय रेलवे ने भी अपनी ओर आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर आइसोलेशन कोच बना लिया है। आनंद विहार रेलवे स्टेशन के 7 प्लेटफॉर्म को आइसोलेशन कोच के लिए आरक्षित कर दिया गया है।
मंगलवार को आनंद विहार रेलवे टर्मिनल के प्लेटफॉर्म पर आइसोलेशन कोच में ऑक्सीजन सिलेंडर भी रखे दिए गए, क्योंकि आपात स्थिति में रोगियों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ सकती है। आइसोलेशन बनाने के लिए कोच के अंदर प्लास्टिक के पर्दे लगाये गए और बीच की बर्थ को हटा दिया गया है। इस तरह एक कोच में 16 बेड तैयार किए गए हैं।
सैनेटाइज किए गए सभी कोच
आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर रेलवे स्टेशन यार्ड में आइसोलेशन कोच तैयार हो गए हैं। मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसलिए साफ-सफाई के तहत ट्रेन के सभी कोच को अंदर और बाहर से अच्छी तरह साफ किया गया है। साफ-सफाई की कड़ी में कोच की खिड़कियों को जाली और टेप लगाकर बंद किया गया। इससे तेज हवा और आंधी आने पर धूल और गंदी से बचा जा सके।
यह भी जानें
- केंद्र सरकार ने रेलवे को दिल्ली में 500 रेल कोच में आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं।
- आइसोलेश वार्ड की मदद से शकूरबस्ती और आनंद विहार टर्मिनल सहित अन्य रेलवे स्टेशनों पर मरीजों का इलाज किया जाएगा।
- उत्तर रेलवे के पास 540 आइसोलेशन कोच तैयार हैं जिसमें से पांच सौ दिल्ली सरकार को दिए जाएंगे।
- 500 आइसोलेसन कोच से दिल्ली में आठ हजार अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे।
- शकूरबस्ती कोचिंग डिपो और आनंद विहार टर्मिनल के साथ ही अन्य रेलवे स्टेशनों पर आइसोलेशन के कोच लगाए जाएंगे।
- पहले घोषित स्टेशनों की सूची में नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया था। लेकिन ट्रेन परिचालन को ध्यान में रखकर शकूरबस्ती और आनंद विहार टर्मिनल पर फिलहाल इस तरह के कोच लगाए जा रहे हैं।
- इसी के साथ सफदरजंग, हजरत निजामुद्दीन, सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशनों पर इन्हें लगाने पर विचार चल रहा है।
- प्रत्येक कोच में दोनों तरफ भारतीय व पश्चिमी शैली के एक-एक शौचालय होते हैं।
- भारतीय शैली वाले शौचालय को स्नानघर के रूप में बदला गया है।
- शौचालय में लकड़ी का प्लेटफॅार्म तैयार करके रखा गया है। इसके साथ ही उसमें हैंड शावर, साबुनदानी, बाल्टी, मग आदि की व्यवस्था की गई है।
- पानी, बिजली, साफ सफाई, सुरक्षा आदि की व्यवस्था रेल प्रशासन करेगा। स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य के लिए पीपीई पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट (पीपीई) किट और मरीजों के लिए प्रत्येक कोच में तीन ऑक्सीजन सिलेंडर भी रेल प्रशासन देगा।
- आइसोलेशन कोच में डॉक्टर एवं अन्य पारामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की होगी।
- मरीजों के देखभाल के लिए उपकरण, दवाइयां आदि की व्यवस्था भी दिल्ली सरकार करेगी।