Delhi Coronavirus: केजरीवाल सरकार ने कोरोना मरीजों को दो बड़ी राहत, अस्पताल में भर्ती के नियम में बदलाव सहित जानें पूरी डिटेल
कोरोना के बढ़ते ही सरकार अर्लट मोड में है। मरीजों को कोई परेशानी न हो इसके लिए 50 से अधिक बेड क्षमता वाले 115 निजी अस्पतालों को कुल बेड क्षमता के 50 फीसद बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। दिल्ली मे कोरोना संक्रमण बेकाबू होने के बाद दिल्ली सरकार इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह जुट गई है। सभी अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और अधीक्षकों को कोरोना मरीज को 10 मिनट में भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही मरीजों को कोई परेशानी न हो इसके लिए 50 से अधिक बेड क्षमता वाले 115 निजी अस्पतालों को कुल बेड क्षमता के 50 फीसद बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं।
लोकनायक और जीटीबी में भी बढाए गए बेड
इसके साथ ही अगर अस्पताल चाहें तो अपनी बेड क्षमता भी बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही लोकनायक अस्पताल और गुरू तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में भी बेड बढ़ाए गए हैं। इनमें से लोकनायक में बेड की संख्या बढ़ाकर 1500 और जीटीबी में अब एक हजार कर दी गई है। इनमें से लोकनायक में आइसीयू बेड की संख्या 300 और जीटीबी में 100 हो गई है। इन अस्पतालों में सरकार ने दो दिन पहले ही बेड बढ़ाए थे। अब संक्रमण बढ़ने पर दोबारा बेड बढ़ाए गए हैं।
अस्पतालों को मैनपावर और आक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश
वहीं, सरकार ने सभी अस्पतालों को अपनी मैनपावर और आक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चतित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सरकार ने सभी अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और अधीक्षकों को आवश्यकता पड़ने पर डेंटल और आयुष डाक्टरों की ड्यूटी भी कोरोना मरीजों के इलाज में लगाने के निर्देश दिए हैं। दरअसल दिल्ली सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को हर स्तर पर रोकने के उद्देश्य से यह आदेश जारी किए हैं। जिससे किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती होने मे कोई परेशानी न हो। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कोविड के केस बढ़ते ही खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी ना हो।