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दिल्ली में यूरोपियन शहरों की तर्ज पर विकसित की जा रहीं सड़कें, सीएम ने कहा तय समय में हो पूरा

लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली के चिन्हित 7 सड़कों के निर्माण और 540 किलोमीटर की सड़कों को फिर से बनाने और अन्य परियोजनाओं की स्थिति पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की गई।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 03:19 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 03:50 PM (IST)
दिल्ली में यूरोपियन शहरों की तर्ज पर विकसित की जा रहीं सड़कें, सीएम ने कहा तय समय में हो पूरा
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की गई।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी विभाग को यूरोपियन शहरों की तर्ज पर बनाई जा रहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 100 फीट चौड़ी 540 किलोमीटर लंबी सड़कों के सौंदर्यीकरण का काम निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है। इन सड़कों के सौदर्यीकरण का कार्य वर्ष 2023 के शुरूआत तक पूरा करना है। सीएम ने कहा कि सड़कों के सौंदर्यीकरण में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्ली सरकार ने 15 वर्षों तक इन सड़कों का रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी दी है।

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एजेंसी की जिम्मेदारी होगी कि वह सड़कों के विकसित बुनियादी ढांचे को बनाए रखे। साथ ही कचरा हटाने, सड़कों की धुलाई करने, हरियाली का रखरखाव, फुटपाथ की नियमित पेंटिंग, सड़क के फर्नीचर का रखरखाव और उसकी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन और विभागीय अधिकारियों के साथ 100 फीट चौड़ी, 540 किलोमीटर लंबी सड़कों के सौदर्यीकरण कार्य की समीक्षा बैठक के दौरान यह दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, मुख्यमंत्री ने जिन सात सड़कों पर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है, उसकी वर्तमान प्रगति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

बता दें कि दिल्ली सरकार ने 100 फीट, चौड़ी 540 किलोमीटर लंबी सड़कों को यूरोपीयन शहरों की तर्ज पर खूबसूरत बनाने का फैसला किया है। अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली की 7 सड़कों को री-डिजाइन करने को मंजूरी दी गई है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में चांदनी चौक सड़क को पायलट प्रोजेक्ट के तहत दोबारा विकसित कराते हुए दिल्ली की 100 फीट चौड़ी, करीब 540 किलोमीटर लंबी सड़कों तक इस योजना का विस्तार किया है।

सड़कों के किनारे बढ़ाई जाएगी हरियाली

दिल्ली में अभी सड़कों के किनारे हरियाली का दायरा कम है। सड़कों के री-डिजाइन के बाद फुटपाथ पर पेड़ लगाने के लिए जगह होगी और ग्रीन बेल्ट के लिए भी जगह होगी। आटो व ई-रिक्शा के लिए अलग से जगह और स्टैंड दिया जाएगा। सड़क के स्लोप व नालों को री-डिजाइन व री-कंस्ट्रक्ट किया जाएगा। नालों के अंदर री-हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे होंगे। सड़क के स्लोप को ठीक किया जाएगा, ताकि बारिश के पानी को जमीन में री-चार्ज किया जा सके। स्ट्रीट फर्नीचर लगेंगे, जंक्शन को ठीक किया जाएगा और सड़क पर कोई खुला स्पेस नहीं होगा। सड़क किनारे घास या पेड़ लगाया जाएगा और सड़कों को री-सर्फेस किया जाएगा।

सड़कों पर घास लगा कर खत्म किया जाएगा धूल का प्रदूषण

सड़कों के री-डिजाइन के बाद सड़क के आस-पास एक इंच जमीन भी खाली नहीं होगी, जहां पर घास न लगी हो, ताकि सड़क पर धूल से प्रदूषण बिल्कुल न हो। अभी सड़कों पर धूल उड़ने की समस्या है, जिससे लोगों को धूल प्रदूषण की समस्या होती है। सड़क के किनारे खाली जमीन पर ग्रीन बेल्ट या घास लगाई जाएगी, ताकि हरियाली की वजह से सड़कें खूबसूरत दिखें और धूल से होने वाला प्रदूषण कम किया जा सके।

री-डिजाइन सड़कों पर यह प्रमुख सुविधाएं होंगी

  •  रिक्शा के लिए पार्किंग
  •  पार्किंग के लिए स्थान चिंहित
  •  ग्रीन बेल्ट
  • पब्लिक ओपन स्पेश
  • साइकिल लेन
  • पैदल पाथ लेन
  •  सड़क की दीवारों पर विभिन्न तरह की डिजाइन का डिस्प्ले होगा।
  • सड़क के बगल में पार्क होगा तो उसे दीवार से ढका नहीं जाएगा, ताकि सड़क से पार्क की खूबसूरती दिखे।

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