अवैध होर्डिग-पोस्टर से बदसूरत होने लगी दिल्ली की स्वच्छता, पढ़िए किन जगहों पर चमक रही नेताओं की तस्वीर
भले ही अभी निगम चुनाव की घोषणा नहीं हुई है लेकिन राजनीतिक सरगर्मी इतनी तेज हो गई है पूरी दिल्ली अवैध पोस्टरों और होर्डिगों से अटी है। मेट्रो पिलर से लेकर बस स्टैंड दीवार ट्रांसफार्मर स्कूल की दीवार जमकर पोस्टर अवैध रूप से लगाए जा रहे हैं।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में भले ही अभी निगम चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मी इतनी तेज हो गई है पूरी दिल्ली अवैध पोस्टरों और होर्डिगों से अटी पड़ी है। आलम यह है कि मेट्रो पिलर से लेकर बस स्टैंड, दीवार, ट्रांसफार्मर, स्कूल की दीवार जमकर पोस्टर अवैध रूप से लगाए जा रहे हैं। इन पोस्टरों से राजनेता अपनी राजनीति तो चमका रहे हैं, लेकिन वह दिल्ली को बदसूरत कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस की बधाई से लेकर नेताओ के जन्मदिन की बधाई वाले अवैध पोस्टर-होर्डिंग दिल्ली के रिहायशी इलाकों से लेकर प्रमुख मार्गो और बाजारों में आसानी से दिख जाएंगे।
इस मामले में कोई भी राजनीतिक दल पीछे नहीं है। निगम में सत्तारूढ़ भाजपा, राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं, पार्षदों, विधायकों, सांसदों व पूर्व प्रत्याशियों की फोटो लगे दीवारों पर चस्पा पोस्टर स्वच्छता अभियान में दाग लगा रहे हैं। हैरानी की बात है कि दिल्ली मेट्रो की संपत्ति को भी गंदा करने से लोग गुरेज नहीं कर रहे हैं। नहीं तो मेट्रो पिलर पर पोस्टर व होर्डिग लगाने का लोगों में डर होता था। पूरे विकास मार्ग पर मेट्रो का ऐसा कोई पिलर नहीं है जिस पर अवैध होर्डिग और पोस्टर न लगे हो। लक्ष्मी नगर व विश्वास नगर में तारों के जंजाल में नेताजी के पोस्टर व होर्डिग झूल रहे हैं।
मध्य दिल्ली के करोलबाग इलाके में मेट्रो पिलर पर पोस्टर और होर्डिग आसानी से दिख जाएंगे। चांदनी चौक, करोलबाग, राजेंद्र नगर, पहाड़गंज व पटेल नगर में खूब पोस्टर लगे हुए दिख जाएंगे। इसी तरह बाहरी दिल्ली के नार्थ कैंपस, किग्जवे कैंप, शालीमार बाग, वजीरपुर, बुराड़ी, किराड़ी, जहांगीरपुरी इलाके में फ्लाईओवर से लेकर दीवारें पोस्टर व होर्डिग्स से अटी पड़ी हैं। पश्चिमी दिल्ली में उत्तम नगर, पालम, द्वारका और दक्षिणी दिल्ली में लाजपत नगर, नेहरू प्लेस, आरकेपुरम, वंसतकुंज, बदरपुर व तुगलकाबाद जैसे इलाकों की दीवारें पोस्टर व होर्डिग से बदसूरत हो रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट के नियमों का उल्लंघन कर तीनों निगमों के बहुतायत क्षेत्रों में घर की दीवारों पर वालरेप लगे हैं, जो नियमानुसार अवैध हैं।जुर्माना कम होना है बड़ी वजह दिल्ली में स्वच्छता को लेकर अभियान चलता रहता है, लेकिन इसके बावजूद नेता अवैध पोस्टर होर्डिग लगाने से बाज नहीं आते। इसकी बड़ी वजह लचर कानून है। राजधानी के नगर निगमों के पास यह कार्रवाई का अधिकार है, लेकिन पांच हजार रुपये का अधिकतम जुर्माना होने की वजह से लोगों में इसको लेकर डर नहीं है।
दक्षिणी निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम अक्सर कार्रवाई करते हैं, लेकिन राजनीतिक दलों में डर न होने की वजह जुर्माना कम है। उन्होंने बताया कि कई मामलों में हम एफआइआर भी कराते हैं, लेकिन पांच हजार रुपये का जुर्माना भरकर लोग एफआइआर रद करा लेते हैं।
Edited By Pradeep Chauhan