Delhi Lockdown: दुकानें खोलने की मंजूरी के लिए सरकार को मना रहे व्यापारी, बोले- हर शर्त मानने को तैयार
Delhi Lockdown दुकानों के बंद होने के कारण भरी वित्तीय संकट का सामना कर रहे व्यापारी बाजार खोलने की मंजूरी देने के लिए सरकार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। व्यापारी वर्ग का कहना है कि संक्रमण को देखते हुए वे हर शर्त को मानने को तैयार हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। 31 मई से शुरू हो रही अनलाक की प्रक्रिया से बाजारों को बाहर रखने से दुकानदार चिंतित हैं। लगातार 41 दिनों से दुकानों के बंद होने के कारण भरी वित्तीय संकट का सामना कर रहे व्यापारी बाजार खोलने की मंजूरी देने के लिए सरकार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वे सरकार को दुकानों को कड़े नियमों के साथ खोलने का मसौदा तैयार कर भेजेंगे। व्यापारी वर्ग का कहना है कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए वे हर शर्त को मानने को तैयार हैं, लेकिन अब बाजारों को बंद नहीं रखना चाहिए।
कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) समेत अन्य कारोबारी संगठनों ने इस संबंध में उपराज्यपाल व मुख्यमंत्री को बाजारों को खोलने की स्थिति में पालन किए जा सकने वाले मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का मसौदा भी भेजा है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल व दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष विपिन आहूजा ने कहा कि 19 अप्रैल को जब लाकडाउन की घोषणा हुई थी तब संक्रमण दर 26.12 फीसद थी और संक्रमितों की संख्या 23,686 जो वर्तमान में अब करीब 1,100 है और संक्रमण दर 1.5 फीसद हैं। इसलिए अब कड़े मानकों के साथ कारोबार की अनुमति दी जानी चाहिए। वे इस बात को लेकर ज्यादा चिंतित हैं कि अभी तक उन्हें सरकार की ओर से मदद की कोई पहल नहीं हुई है।
ऐसे में पहले से ही आर्थिक संकटों से जूझ रहे व्यापारी अब वित्तीय रूप से पूरी तरह बर्बादी के मुहाने पर खड़े हैं, लिहाजा अब व्यापारिक गतिविधियों को शुरू किया जाना चाहिए।कैट ने जारी बयान में बताया कि शनिवार को उसके एक वेबिनार में दिल्ली के 508 व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में बाजार को खोलने की अनुमति देने की गुहार लगाई है। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव विजय प्रकाश जैन व दिल्ली के महासचिव हेमंत गुप्ता ने कहा कि बंद व्यापार के चले व्यापारियों की आर्थिक स्थिति बदतर हुई है।
दिल्ली के साथ ही देशभर के व्यापारियों के सामने लाकडाउन से यही स्थिति है। इसलिए प्रधानमंत्री से आग्रह है कि व्यापारी व देश की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इस मामले में अविलंब हस्तक्षेप करें। कनाट प्लेस व खान मार्केट जैसे बाजार खोले जा सकते हैंखान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने कहा कि पुरानी दिल्ली समेत कुछ अन्य स्थानों के बाजारों में कोरोना संबंधित दिशानिर्देशों के पालन में कठिनाई आ सकती है, लेकिन कनाट प्लेस, खान मार्केट, ग्रेटर कैलाश, साउथ एक्स समेत कई बाजार ऐसे हैं जो खुले-खुले हैं। वहां नियमों का आसानी से पालन कराया जा सकता है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना को रोकें न कि पूरे शहर में लाकडाउन लगाएं।
व्यापारियों ने दिया सुझाव
- दिल्ली को विभिन्न जोन में बांटकर मिले दुकानों को खोलने की अनुमति
- खुलने और बंद होने का समय बाजारवार हो अलग-अलग-सप्ताहांत में दो दिन लाकडाउन
- रेहड़ी-पटरी वालों को बंद पड़े स्कूलों में किया जाए स्थानांतरित
- औचक दस्ता बने, उल्लंघन पर दुकानों पर हो कार्रवाई
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