वर्ष 2015 के बाद पड़ रही है दिल्ली-एनसीआर में ऐसी कड़ाके की ठंड
दिल्ली और आसपास के इलाकों में इस माह सबसे ज्यादा ठिठुरन वाले दिन दर्ज हुए। कई स्टेशनों पर दिन के समय तापमान 7 से 10 दिनों तक काफी कम रहा। इससे पहले सबसे लंबे समय तक ठिठुरन वाले दिनों की स्थिति जनवरी 2015 में 11 से 13 दिनों तक थी।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। राजधानी दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के लोगों को भी इस बार की ठंड काफी सता रही है। रात के समय तो ठिठुरन होती ही है, दिन में भी खस्ता हालत है। वहीं, ठंड के साथ वायु प्रदूषण और कोहरा भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों को रोजाना परेशान कर रहा है। अब बात ठंड की तो अमूमन जनवरी के महीने में सुबह-शाम ठंड होती है और दिन में थोड़ी राहत मिल जाती है, लेकिन इस वर्ष मौसम का मिजाज कुछ बदला हुआ है। आलम यह है कि इस बार राजधानी दिल्ली और इससे सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, सोनीपत और हापुड़ समेत एनसीआर के शहरों में कड़ाके की सर्दी भी ज्यादा समय तक पड़ रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और आसपास के इलाकों में इस माह सबसे ज्यादा ठिठुरन वाले दिन दर्ज हुए हैं। कई स्टेशनों पर दिन के समय तापमान सात से 10 दिनों तक काफी कम रहा। इससे पहले सबसे लंबे समय तक ठिठुरन वाले दिनों की स्थिति जनवरी 2015 में 11 से 13 दिनों तक थी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले एक सप्ताह में नरेला, जाफरपुर, आयानगर पालम और रिज सबसे ठंडे स्टेशन रहे हैं। इन सभी जगह ज्यादातर दिन ''गंभीर श्रेणी का ठंडा दिन'' रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस साल 15 से 18 जनवरी तक दिन में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी। कोहरे और हल्के बादलों के साथ ही हवाएं चलने से ऐसी स्थिति पैदा हुई।
कब होता है ठिठुरन वाला दिन
अगर किसी इलाके में लगातार दो दिनों तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान भी सामान्य से 4.5 से लेकर 6.4 डिग्री तक कम हो। इसके अलावा अगर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान में 6.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा गिरावट दर्ज हो तो सिवियर कोल्ड डे यानी ''गंभीर ठंड वाला दिन'' होता है।