दिल्ली के 28 पार्को का रखरखाव करेंगी दुग्ध कंपनियां, मिल्क बूथ के लिए मिलेगी निशुल्क जगह, पढ़िए पूरी खबर
पार्कों के बेहतर रखरखाव सुंदरीकरण व हरियाली के साथ सूरत बदलने के लिए पूर्वी निगम ने आउटसोर्सिंग की योजना बनाई थी। यह एक कदम और आगे बढ़ गई है। पूर्वी निगम ने तय किया है कि शुरुआती चरणों में 28 पार्कों को आउटसोर्स किया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पार्कों के बेहतर रखरखाव, सुंदरीकरण व हरियाली के साथ सूरत बदलने के लिए पूर्वी निगम ने आउटसोर्सिंग की योजना बनाई थी। यह एक कदम और आगे बढ़ गई है। पूर्वी निगम ने तय किया है कि शुरुआती चरणों में 28 पार्कों को आउटसोर्स किया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले दुग्ध कंपनियों को अवसर दिया जाएगा। इन कंपनियों को पार्क के रखरखाव के बदले मिल्क बूथ लगाने के लिए निश्शुल्क जगह दी जाएगी। लेकिन कंपनी इस जगह पर कोई पक्का ढांचा नहीं बनाएगी।
पूर्वी निगम ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है। निगमायुक्त विकास आनंद ने बताया कि पूर्वी निगम ने अपने पार्को का कायाकल्प करने की विशेष योजना बनाई है और इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इस योजना के तहत निगम द्वारा अपने पार्कों के लिए चयनित दुग्ध कंपनियों को लाइसेंस दिया जाएगा। इसके लिए दुग्ध कंपनियों को निगम को सामान्य लाइसेंस फीस देनी होगी लेकिन मिल्क बूथ के लिए जगह उन्हें निश्शुल्क उपलब्ध होगी।
निगमायुक्त ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत दुग्ध कंपनी को पार्क की सफाई, रख-रखाव, पेड़ो की छंटाई करनी होगी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम समय-समय पर चौधरी और अनुभाग अधिकारी के माध्यम से निरीक्षण करवाएगा। 11 नवंबर के दिन टेंडर खुलेंगे। उन्होंने कहा कि अभी 28 पार्कों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना शुरू होगी और यदि यह योजना सफल रही तो अन्य पार्कों में भी इसको लागू किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि पूर्वी निगम में मालियों की कमी है क्योंकि बहुत से माली सेवानिवृत्त हो चुके हैं और नई भर्तियां नहीं हुई हैं। आनंद ने बताया कि पूर्वी निगम के पास 2168 पार्क हैं, जिनका मालियों की कमी के चलते ठीक प्रकार से रख-रखाव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्कों का सही से रखरखाव हो इसके लिए निगम ने ये महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है।