दिल्ली में रहने वाले पूवरेत्तर के राज्यों के लोगों के साथ अपराध में आई कमी
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हिबू तमांग का कहना है कि पूवरेत्तर के लोगों की मदद के संबंध में आने वाली काल लगातार कम हो रही हैं। इससे साफ है कि उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी आई है। स्पूनर यूनिट में कार्यरत लगभग सौ पुलिसकर्मी उत्तर पूर्वी राज्यों के हैं।
नई दिल्ली [धनंजय मिश्र]। दिल्ली पुलिस के प्रयासों का असर दिखाई दे रहा है, राजधानी में रहने वाले पूवरेत्तर के राज्यों के लोगों के साथ होने वाले अपराध में अब कमी देखी जा रही है। दरअसल, बढ़ते अपराध को देखते हुए 2014 में इनकी सुरक्षा के लिए स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट फार नार्थ इस्टर्न रेजिडेंट (स्पूनर) का गठन किया गया था। स्पूनर यूनिट का कार्यभार देख रहे अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हिबू तमांग का कहना है कि पूवरेत्तर के लोगों की मदद के संबंध में आने वाली काल लगातार कम हो रही हैं। इससे साफ है कि उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी आई है। स्पूनर यूनिट में कार्यरत लगभग सौ पुलिसकर्मी उत्तर पूर्वी राज्यों के हैं।
24 घंटे मुहैया कराई जाती है मदद
स्पूनर यूनिट में कार्यरत पुलिसकर्मी 24 घंटे पूवरेत्तर राज्यों के लोगों की मदद के लिए काम करते हैं। इनके साथ किसी भी तरह की समस्या आने पर वे मालवीय नगर स्थित यूनिट के कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। भाषाई दिक्कत न हो इसके लिए यहां पूवरेत्तर राज्यों के पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर 1093 है, जहां 24 घंटे लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
पीड़ितों को कानूनी मदद के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में 48 अस्पतालों में उपचार के लिए छूट दिलाने का भी काम दिल्ली पुलिस कर रही है। मदद के लिए फेसबुक पेज और वाट्स एप समूह भी बनाए गए हैं।
नोट : वर्ष 2021 में शिकायतें एक जनवरी से 21 जुलाई तक की है, जबकि दर्ज मामले एक जनवरी से 30 जून तक के हैं।