कांग्रेस की फजीहत से सतर्क हुई भाजपा, नेताओं को विवाद से बचने की दी गई हिदायत
भाजपा के सांसद 12 अप्रैल को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में अनशन करेंगे, इसमें किसी तरह का विवाद नहीं हो, इसे लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। उपवास को लेकर हुई कांग्रेस की हुई फजीहत से भाजपा सतर्क हो गई है। भाजपा के सांसद 12 अप्रैल को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में अनशन करेंगे, इसमें किसी तरह का विवाद नहीं हो, इसे लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है। इसके लिए नेताओं को व्यवस्था की अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है और उन्हें किसी तरह के विवाद से बचने की हिदायत दी गई है।
छोले-भटूरे खाने की फोटो वायरल
दलितों के समर्थन में सोमवार को राजघाट पर कांग्रेस के उपवास से पहले दिल्ली के कई नेताओं के छोले-भटूरे खाने की फोटो वायरल हो गई थी। वहीं, उपवास स्थल पर 1984 सिख विरोधी दंगा के आरोपी कांग्रेस नेताओं के पहुंचने से भी विवाद खड़ा हो गया है। इसे मुद्दा बनाकर भाजपा कांग्रेस को आड़े हाथों ले रही है। वहीं, पार्टी के सामने अपने सांसदों के उपवास को निर्विवादित रखने की भी चुनौती है।
तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है
संसद में गतिरोध के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा के सभी सांसद बुधवार को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में अनशन पर बैठेंगे। दिल्ली के सभी सातों सांसद भी अनशन करेंगे। उनके साथ क्षेत्र से संबंधित पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता भी सुबह नौ से शाम छह बजे तक उपवास करेंगे। इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मर्यादा का पूरा पालन करने का निर्देश
अनशन में शामिल होने वाले सभी कार्यकर्ताओं को मर्यादा का पूरा पालन करने का निर्देश दिया गया है। छोले-भटूरे खाने वाले कांग्रेस नेताओं की तस्वीर ट्वीट कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने वाले दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि भाजपा नेता उपवास का दिखावा नहीं करते हैं। भोजन करने के बाद उपवास करने की संस्कृति कांग्रेस की है। भाजपा सांसदों के साथ वरिष्ठ कार्यकर्ता भी अनशन में शामिल होकर कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति के प्रति अपना रोष जताएंगे।
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