डीडीएमए ने नहीं दी स्कूल खोलने की इजाजत, पढ़िए स्कूल मैनेजमेंट कैसे कराएंगे बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी
स्कूल प्रबंधन के साथ ही अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे थे। स्कूलों के प्रधानाचार्य का कहना है कि अब सीबीएसई के सैंपल पेपर से आनलाइन माध्यम से लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। वहीं प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी को लेकर भी योजना बनाई जाएगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली आपदा प्रबंधन ने अभी स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं दी है। ऐसे में राजधानी के छात्रों को फिलहाल आनलाइन माध्यम से ही बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करनी होगी। हालांकि, स्कूल प्रबंधन के साथ ही अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे थे। स्कूलों के प्रधानाचार्य का कहना है कि अब सीबीएसई के सैंपल पेपर से आनलाइन माध्यम से लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। वहीं, प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी को लेकर भी योजना बनाई जाएगी।
द्वारका सेक्टर-9 स्थित आइटीएल पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य सुधा आचार्या ने कहा कि मार्च-अप्रैल में टर्म-2 की बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं, लेकिन अभी तक प्रायोगिक विषयों की तैयारी नहीं हो सकी है। स्कूल नहीं खुलने से छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। स्कूल खुलने पर बच्चों की बेहतर तैयारी कराई जा सकती थी। वहीं, पुष्प विहार स्थित बिरला विद्या निकेतन स्कूल की प्रधानाचार्य मीनाक्षी कुशवाह ने बताया कि छात्र, अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों को भी स्कूल खुलने का इंतजार था। अब शिक्षक प्रायोगिक विषयों की तैयारी के लिए रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीव विज्ञान से संबंधित प्रयोगों का वीडियो रिकार्ड कर छात्रों को भेज रहे हैं।
ताकि छात्रों की थोड़ी तैयारी हो सके।छात्र हुए मायूस- स्कूल न खोले जाने से सबसे ज्यादा मायूसी बोर्ड के छात्रों को हुई है। छात्रों के मुताबिक माल, सिनेमा हाल और बाजार खोले गए हैं, लेकिन शिक्षा को दरकिनार किया जा रहा है। छात्रा चार्वी के मुताबिक बोर्ड परीक्षाएं नजदीक हैं, ऐसे में एक बार फिर बच्चों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, छात्र आशीष के मुताबिक स्कूल न खोने जाने की वजह से परीक्षाओं की तैयारी में समस्या आएगी। स्कूल जाकर विषय को गहराई से समझने के लिए लैब में विषय से संबंधित प्रयोग करने से काफी मदद मिलती है।