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दिल्ली में बाजारों को बंद करने के पक्ष में नहीं सीटीआइ, दीपावली की वजह से बढ़ी बाजारों में भीड़

सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि दीपावली के पहले कुछ बाजारों में भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई थी और जिसका प्रमुख कारण त्यौहार था। अब दीपावली का त्यौहार चला गया है तो आने वाले दिनों में ज्यादा भीड़ की आशंका नहीं है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 07:34 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 07:34 PM (IST)
दिल्ली में बाजारों को बंद करने के पक्ष में नहीं सीटीआइ, दीपावली की वजह से बढ़ी बाजारों में भीड़
सीटीआइ ने सरकार से अनुरोध किया है कि दिल्ली में बाजार को बंद नहीं किया जाना चाहिए। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के व्यापारियों में इस बात की चर्चा है कि दिल्ली सरकार या तो कुछ बाजारों को बंद कर सकती है या उन पर कड़े प्रतिबंध लगा सकती है। इस मुद्दे पर दिल्ली में व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने सरकार और प्रशासन से अनुरोध किया है कि दिल्ली में किसी भी बाजार को बंद नहीं किया जाना चाहिए।

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सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि दीपावली के पहले कुछ बाजारों में भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई थी और जिसका प्रमुख कारण त्यौहार था। अब दीपावली का त्यौहार चला गया है तो आने वाले दिनों में ज्यादा भीड़ की आशंका नहीं है और ना ही आने वाले समय में कोई बड़ा पर्व है। वैसे भी हर साल दीपावली पर बाजारों में भीड़ होती रही है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली की तमाम मार्केट एसोसिएशन से आग्रह किया गया था कि वह अपने-अपने स्तर पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर संबंधित नियमों का पालन करें। 

दिल्ली की तमाम व्यापारिक संस्थाएं अपने-अपने मार्केट में कोरोना संबंधित नियमों का पालन भी करा रही है। साथ ही लोगों में भी कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ी है और वे मास्क पहन रहे हैं। चंद लोगों की लापरवाही का खामियाजा व्यापारियों और सरकार को नहीं उठाना चाहिए। क्योंकि अगर दोबारा से बाजार बंद होंगे तो सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा। कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान कारोबारियों को ही हुआ था, अब पिछले कुछ महीनों से बड़ी मुश्किल से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी है और थोड़ा बहुत कारोबार शुरू हुआ है। अगर बाजारों में ग्राहक ही नहीं आएंगे तो बिक्री कैसे होगी इसलिए थोड़ी बहुत भीड़ तो बाजार में होती है।

इसलिए हम सरकार और प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि किसी भी मार्केट को बंद नहीं किया जाना चाहिए। अगर प्रशासन को लगता है कि किसी विशेष बाजार में बहुत ज्यादा भीड़ है और वहां पर कोरोना संबंधी नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो सरकार उस बाजार की मार्केट एसोसिएशन को बुलाकर जरूरी हिदायत दे सकती है जिससे कि उस बाजार में कोरोना संबंधित नियमों का पूरी तरह से पालन किया जा सके। 

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