क्रिप्टो करंसी प्रचार मामला: हाई कोर्ट ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ सेबी से मांगा जवाब
हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की है कि क्रिप्टो करंसी के प्रचार की नियमावली बनाने का निर्देश दिया जाए। साथ ही कहा कि जिस तरह से वजीर एक्स क्वाइन डीसीएक्स और क्वाइन स्विच कुबेर क्रिप्टो करंसी का प्रचार कर निवेशकों को लुभाया जा रहा हैवह उचित नहीं है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। टीवी चैनलों पर क्रिप्टो करंसी के प्रचार को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार और सेबी से जवाब मांगा है। हाई कोर्ट में दो अधिवक्ताओं ने याचिका दायर कर मांग की है कि क्रिप्टो करंसी के प्रचार की नियमावली बनाने का निर्देश दिया जाए। याचिका में बताया गया है कि जिस तरह से वजीर एक्स, क्वाइन डीसीएक्स और क्वाइन स्विच कुबेर क्रिप्टो करंसी का प्रचार कर निवेशकों को लुभाया जा रहा है, वह उचित नहीं है।
स्पष्ट और धीमी गति में वाइस ओवर देने की मांग
याचिका में मांग की गई है कि क्रिप्टो करंसी के प्रचार के दौरान टीवी की 80 फीसद स्क्रीन पर इससे जुड़े जोखिम का अभिस्वीकरण दिखाया जाना चाहिए, साथ ही स्पष्ट व धीमी गति से बोलकर चेतावनी का वाइस ओवर दिया जाए। मुख्य पीठ ने इस पर केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ ही सेबी से भी जवाब मांगा है और याचिका पर सुनवाई अगस्त के लिए टाल दी है।
आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपितों को किया गिरफ्तार
वहीं, मोबाइल टैक्सी से आय का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये ठगने वाले दो आरोपितों को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। मुंबई के मलाड़ निवासी मुकेश बिजेंद्र लाल शर्मा और जय प्रकाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने करीब 12 लाख रुपये की ठगी की है। इसरार और दस अन्य ने पुलिस से शिकायत की थी कि रविंद्र शर्मा नाम के व्यक्ति ने उन्हें झांसा दिया है। शर्मा ने कहा था कि एक मुश्त 76 हजार रुपये का निवेश करने पर पूरे साल हर दिन 510 रुपये की आय होगी।
कंपनी बंद होने के बाद फिर ठगे पैसे
कंपनी इस पैसे को मोबाइल टैक्सी में निवेश करेगी और वहां से बैंक खाते में रोजाना पैसे जमा होते रहेंगे। शिकायतकर्ता के मुताबिक कुछ दिन तो 510 रुपये मिले, लेकिन फिर बंद हो गए। इस बारे में जब रविंद्र शर्मा से संपर्क किया तो उसने कहा कि कंपनी बंद हो गई है। अगर 76 हजार रुपये वापस लेने हैं तो इसके लिए 11 हजार 400 रुपये का भुगतान करना होगा। ऐसा झांसा देकर उसने फिर से ठग लिया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पाया कि गिरोह का मुखिया तो मुकेश बृजेंद्र है और अन्य आरोपित उसके गुर्गे हैं। जांच के बाद पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है और तीसरे की तलाश जारी है।