आत्मविश्वास बढ़ाकर करें बेहतर प्रदर्शन, करियर काउंसलर ने दिए सफलता के मंत्र
स्टूडेंट अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और पढ़ाई को लेकर अक्सर इस संशय में होते हैं कि वे अब आगे क्या करें कौन सी राह चुनें। आज के इस कालम में पाठकों के इसी तरह के सवालों के उत्तर दे रहे हैं वरिष्ठ करियर काउंसलर अरुण श्रीवास्तव...
नई दिल्ली। अरुण श्रीवास्तव स्टूडेंट अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और पढ़ाई को लेकर अक्सर इस संशय में होते हैं कि वे अब आगे क्या करें, कौन सी राह चुनें। आज के इस कालम में पाठकों के इसी तरह के सवालों के उत्तर दे रहे हैं वरिष्ठ करियर काउंसलर अरुण श्रीवास्तव...
मैं कक्षा 10 का स्टूडेंट हूं और तुतलाता हूं। क्या मैं आइएएस बन सकता हूं? इंटरव्यू में कोई प्राब्लम तो नहीं होगी?
एक पाठक, ईमेल से
यह चिकित्सकीय परेशानी है। इसे लेकर परेशान होने के बजाय आप अपने ज्ञान के स्तर को ऊंचा उठाने पर अधिक ध्यान दें, ताकि आपके आत्मविश्वास का स्तर ऊंचा हो सके। यदि आप लगन से सही दिशा में तैयारी करेंगे, तो जरूर आइएएस बन सकते हैं। जहां तक इंटरव्यू की बात है, तो इंटरव्यू बोर्ड के सदस्य आपकी इस परेशानी से परिचित होंगे, ऐसे में वे आपसे सहयोग ही करेंगे ताकि आप खुद को सरल-सहज रखते हुए बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
मैं बीए प्रथम वर्ष का छात्र हूं। आर्थिक स्थिति सही न होने के कारण यूपीएससी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ज्वाइन कर सकता। क्या सेल्फ स्टडी और इंटरनेट से यूपीएससी का एग्जाम क्लियर किया जा सकता है?
-सतीश, ईमेल से
मैं पहले भी कई बार यह सुझाव दे चुका हूं कि यूपीएससी या किसी भी परीक्षा के लिए कोचिंग किसी भी तरह से अनिवार्य नहीं है। आप अपने टीचर, वरिष्ठों और इंटरनेट के माध्यम से सहयोग लेते हुए अपनी तैयारी को सही दिशा दे सकते हैं और कामयाबी हासिल कर सकते हैं। आज के समय में इंटरनेट पर सबकुछ उपलब्ध है। बस, आप प्रामाणिक सामग्री तलाश कर उसके माध्यम से पढ़ाई करें। अपने आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाने के लिए सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार और प्रेरक वक्ताओं के विचार नियमित रूप से पढ़ते रहें।
मैं बारहवीं कर चुकी हूं। इस साल ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर में हूं। मैं आइएएस की तैयारी शुरू करना चाहती हूं, पर मेरे पैरेंट्स इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं। मैं क्या करूं? कृपया मार्गदर्शन करें।
-श्रेया, ईमेल से
यदि आप आइएएस की तैयारी को लेकर खुद को गंभीर समझती हैं, तो इस बारे में पैरेंट्स को प्यार से समझाएं और उन्हें अपने भरोसे में लें। इसके लिए अपनी पढ़ाई की गहराई और ज्ञान के स्तर से भी उन्हें आश्वस्त करने का प्रयास करें। हो सकता है कि वे इस परीक्षा की चुनौतियां देखते हुए मना कर रहे हों और यह चाहते हों कि आप पहले किसी छोटी-मोटी परीक्षा को क्वालिफाई करके अपने पैर जमा लें। ऐसे में उनसे खुलकर बात करना और उनकी अपेक्षाएं जानना भी जरूरी है। उसके बाद ही आप उनसे अपने मन की बात भी कर सकती हैं।