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निगम ने बदली अपनी वेबसाइट, लाखों लोगों के लिए बन गई मुसीबत, जानिए क्या हो रही समस्या

दक्षिणी निगम के जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के नए पोर्टल से लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसा ही कुछ उन लोगों के साथ हो रहा जिनका जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र मई 2020 से पहले का बना है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 01:58 PM (IST)Updated: Mon, 29 Mar 2021 10:18 AM (IST)
निगम ने बदली अपनी वेबसाइट, लाखों लोगों के लिए बन गई मुसीबत, जानिए क्या हो रही समस्या
दक्षिणी निगम के नए पोर्टल से लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दक्षिणी निगम के जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के नए पोर्टल से लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पोर्टल पर आए दिन कोई न कोई नई समस्या सामने आ जाती है। ऐसा ही कुछ उन लोगों के साथ हो रहा, जिनका जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र मई 2020 से पहले का बना है।

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इनका रिकार्ड निगम की नई वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं हो रहा है। इससे उन लाखों लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ है जिनको मई 2020 से पहले का जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत है। दरअसल, मई 2020 में निगम ने अपनी वेबसाइट को बदल दिया था। अब नई वेबसाइट के माध्यम से नए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना पड़ता है, लेकिन मई 2020 के पहले के प्रमाण पत्र के लिए पुरानी वेबसाइट का रुख करना पड़ता है।

लोगों की दिक्कत यह है कि जब वह गूगल सर्च के माध्यम से निगम की वेबसाइट का रुख करते हैं तो वह नई वेबसाइट पर ले जाता है। इससे नर्सरी दाखिले के लिए आवेदन करने वाले अभिभावकों को दिक्कत हो रही है। स्कूल उनके बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र को फर्जी बता रहे हैं, क्योंकि नई वेबसाइट पर पुराने जन्म प्रमाण पत्र का रिकार्ड नहीं दिख रहा है। इससे स्कूल जन्म प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं कर पा रहे हैं।

यह समस्या दक्षिणी के साथ उत्तरी निगम में रहने वाले लोगों को हो रही है। नई वेबसाइट पर मुफ्त, पुरानी पर चुकाना पड़ रहा शुल्कनई और पुरानी वेबसाइट के चक्कर में लोगों को जेब भी ढीली करनी पड़ रही है। नई वेबसाइट पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र लेना बिल्कुल निश्शुल्क है, जबकि पुरानी वेबसाइट पर जन्म प्रमाण पत्र के लिए 21 तो मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 11 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि निगम ने नई वेबसाइट लांच करते ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लगने वाले शुल्क को निश्शुल्क कर दिया था। दो से तीन लाख लोग प्रति वर्ष डाउनलोड करते हैं जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र दक्षिणी निगम में हर वर्ष दो से तीन लाख लोग हर वर्ष जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र आनलाइन डाउनलोड करते हैं।

नई वेबसाइट लांच किए निगम को एक वर्ष का समय होने जा रहा है। दक्षिणी के साथ उत्तरी निगम में भी यह समस्या है। दोनों जगह आनलाइन डाउन लोड किए जाने वाले प्रमाण पत्रों की संख्या पांच लाख से अधिक है। अब निगम की यह वेबसाइट पांच लाख लोगों को परेशान कर रही है।

दक्षिणी निगम के नेता सदन नरेंद्र चावला का कहना है कि आपके माध्यम से यह समस्या मेरे संज्ञान में आई है। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराना डाटा भी नई वेबसाइट पर जोड़ा जाए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो।


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