दिल्ली के सभी सिनेमाघर-स्कूल 31 मार्च तक बंद, केजरीवाल सरकार ने लिया अहम फैसला
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया है। इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद कर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया है। इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी सिनेमाघरों, स्कूलों, काॅलेजों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश जारी किया है। हालांकि यह भी बता दें कि जहां परीक्षाएं चल रही हैं वहां यह आदेश लागू नहीं होंगे।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
दिल्ली- एनसीआर में कोरोना का कहर जारी है। इसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुग्राम, गाजियाबाद समेत दिल्ली में लगातार नए-नए संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में है।
दिल्ली में महामारी घोषित
दिल्ली सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित कर किया है। बीमारी से बचाव के लिए एहतियाती कदम उठाते हुए सभी सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए हैं।
इधर स्कूल भी बंद करने का आदेश
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया यह भी बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर दिल्ली में सभी सिनेमा हॉल 31 मार्च तक बंद किए जाएंगे। सभी स्कूल और कॉलेज जिनके एग्जाम खत्म हो गए हैं उन्हें भी 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया गया है।
अस्पताल में तैयारी
इधर, अस्पताल में भी तैयारी चल रही है। कोरोना के लिए बेड इंतज़ाम किया जा रहा है। DUSIB के खाली फ्लैट, निर्माणाधीन हॉस्पिटल में बेड का इंतज़ाम किया जा रहा है। 500 से ज़्यादा बेड तैयार हैं। सभी सार्वजनिक स्थानों को यानी सरकारी और प्राइवेट दफ्तर, दुकानें , मॉल इनको रोज़ाना सेनिटाइज करने के आदेश दिए गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमे इस बीमारी से जरा भी घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि स्टेट लेवल की टास्क फोर्स का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहा हूं। इस बीमारी के बताया कि इसका वायरस काफी तेजी से फैलता है इस कारण इससे बचाव के लिए हमें सावधानी बरतनी होगी।
एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले हर यात्री की थर्मल चेकिंग हो रही है। जरा भी शक होने पर उस शख्स को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। सभी होटलों में टूरिस्टाें की स्क्रिनिंग की जा रही है। हालांकि कुछ लोगों में बाद में भी इसके लक्षण दिख जाते हैं इस कारण बाहर से आने वाले कई यात्रियों पर 14 दिनों तक नजर रखी जा रही है। आरएमएल और सफदरजंग अस्पताल को इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार किया गया है। दो लैब्स में लगातार जांच की जा रही है। यहां हर दिन 250-250 मरीजों की जांच के लिए पर्याप्त सुविधा है। हालांकि आखिरी में उन्होंने यह भी बताया कि जनता के जागरुक होने से ही इस बीमारी से लड़ने में हमें मदद मिलेगी।