Coronavirus Delhi congress: कोरोना के खिलाफ जंग में आगे रहे नेताओं को कांग्रेस देगी 'इनाम'
Coronavirus Delhi congress सभी की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) के स्तर पर इसे लेकर गंभीरता से विचार-विमर्श भी हो रहा है।
नई दिल्ली (संजीव गुप्ता)। Coronavirus Delhi congress: कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यकारिणी में भी इस बार कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन का असर देखने को मिलेगा। उन्हीं नेताओं-कार्यकर्ताओं को कार्यकारिणी का हिस्सा बनाया जाएगा, जो लॉकडाउन के दौरान सक्रिय रहे होंगे। इसके लिए सभी की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार की जा रही है व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) के स्तर पर इसे लेकर गंभीरता से विचार-विमर्श भी हो रहा है। दिल्ली कांग्रेस को अनिल चौधरी के रूप में नया अध्यक्ष मिलते ही कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ गये।
देशव्यापी लॉकडाउन हो गया। यहां तक कि नए अध्यक्ष के प्रभार संभालने का कार्यक्रम भी रस्म अदायगी बनकर रह गया। अध्यक्ष की पहली प्राथमिकता कार्यकारिणी गठन की थी, लेकिन घर से बाहर निकलना ही मुश्किल हो जाने से यह काम भी बीच में लटक गया। बावजूद इसके पार्टी आलाकमान के निर्देश पर दिल्ली के सभी 14 जिलों में कांग्रेस रसोई चलाकर गरीबों और जरूरतमंदों को पेट भर रही है।लॉ
कडाउन के दौरान यह भी देखने में आया है कि प्रदेश के ज्यादातर प्रमुख नेता सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। जिला और विधानसभा स्तर पर भी बहुत से नेता-पदाधिकारी ढिलाई बरत रहे हैं। दूसरी तरफ बहुत से जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में यह रसोई बहुत अच्छे से चल भी रही है। मसलन, आदर्श नगर जिला अध्यक्ष हरिकिशन जिंदल के नेतृत्व में पांचों विधानसभा क्षेत्रों में नियमित रूप से भोजन वितरण हो रहा है।
त्रिनगर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज और पूर्व पार्षद मनोज कुमार की अगुआई में भी इस रसोई से रोजाना सैंकड़ों जरूरतमंदों को खाना दिया जा रहा है। लेकिन बहुत से जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में इसे लेकर हीलाहवाली हो रही है।
कांग्रेस रसोई का हर दिन निरीक्षण कर रहे अनिल चौधरी बताया जाता है कि प्रदेश स्तर पर नियमित रूप से हर जिले की रिपोर्ट बनाई जा रही है। अनिल चौधरी स्वयं भी रोजाना ही कई जिलों की 'कांग्रेस रसोई' का निरीक्षण करने जा रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि कितने जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक, विधानसभा प्रत्याशी और अन्य नेता इस रसोई के संचालन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यह रिपोर्ट एआइसीसी महासचिव और प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के साथ भी साझा की जा रही है।
बढ़िया प्रदर्शन करने वालों को जहां कार्यकारिणी में भी जगह दी जा सकती है, वहीं जिला अध्यक्ष के तौर पर भी बरकरार रखा जा सकता है।इसमें कोई संदेह नहीं कि जो नेता-पदाधिकारी इस संकट की घड़ी में पार्टी के साथ खड़े हैं, पार्टी भी उन्हें भविष्य में नए अवसर देगी।
अनिल चौधरी (अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस) के मुताबिक, एआइसीसी से भी इस आशय के स्पष्ट संकेत मिल चुके हैं। प्रदेश प्रभारी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लॉकडाउन के पहले चरण की कांग्रेस रसोई को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।