कोरोना के जांच में मिली बड़ी उपलब्धि, अब आपका स्मार्टफोन बताएगा आप कोरोना संक्रमित तो नहीं
Coronavirus Test through Smartphone शोधकर्ताओं का दावा है कि यह दुनिया की पहली लार आधारित जांच किट है। इस किट की मदद से कोई भी व्यक्ति घर बैठे कोरोना की जांच कर सकेगा। बस किट और स्मार्टफोन होना जरूरी होगा।
नई दिल्ली, संजीव कुमार मिश्र। Coronavirus Test Kit: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस की जांच के लिए एक नई जांच किट विकसित की है। शोधकर्ताओं का दावा है कि यह दुनिया की पहली लार आधारित जांच किट है। इस किट की मदद से कोई भी व्यक्ति घर बैठे कोरोना की जांच कर सकेगा। बस किट और स्मार्टफोन होना जरूरी होगा। शोधकर्ताओं ने इसे एमआई-एसईएचएटी (मोबाइल इंटीग्रेटेड सेंसिटिव एस्टीमेशन एंड हाईस्पसेफिसिटी एप्लिकेशन टेस्टिंग) नाम दिया है।
किट का प्रोटोटाइप तैयार
जामिया के मल्टीडिसिप्लिनरी सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च एंड स्टडीज (एमसीआरएएस) के वैज्ञानिक डॉ मोहन जोशी ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया की किट का प्रोटोटाइप तैयार है। अभी तक स्वाब व नसल के जरिए जांच की जाती है। अगर वैज्ञानिक रूप से कहें तो आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच किट के माध्यम से कोरोना की जांच की जा रही है, लेकिन पहली बार दुनिया में लार के जरिए भी कोरोना की जांच संभव हो पाएगी।
इस तरह काम करेगा किट
डॉ मोहन जोशी ने बताया कि जांच बहुत ही आसान होगी। किट में लार डालते ही नीली और लाल रेखाएं उभर आएंगी। जिसे मोबाइल एप के माध्यम से फाेटो खींच कर या सीधे स्कैन करना होगा। एक घंटे बाद मोबाइल एप नतीजे बता देगा। बकौल जोशी, यदि सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर में किट बाजार में आ जाएगी। यही नहीं पेटेंट के लिए भी आवेदन कर दिया गया है।
कुलपति ने गेमचेंजर कहा
जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने कहा कि यह तकनीक वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक गेम-चेंजर हो सकती है। एमआई-एसईएचएटी सही मायनों में स्मार्ट इनोवेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है और आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना का प्रतीक है।
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