कोरोना का भय: मुख्य सचिव विजय देव के आदेश के बाद भी नहीं आ रहे सभी कर्मचारी कार्यालय
सामान्य प्रशासनिक विभाग की उप निदेशक प्रोमिला मित्र की ओर से निकाले गए आदेश में स्पष्ट है कि पूरी संख्या में यानी 100 फीसद स्टाफ ऑफिसों में आएगा।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कोरोना को लेकर लोगों में इस कदर डर है कि मुख्य सचिव विजय देव के आदेश के बाद भी सभी कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। इसे लेकर सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को नया आदेश जारी किया है। इसके तहत अब सभी कर्मचारियों को कार्यालय में पहुंचना अनिवार्य होगा। अगर कोई कर्मचारी कार्यालय नही पहुंचता है तो उसे इसका वाजिब कारण बताना होगा। ऐसा न करने पर उस पर कार्रवाई होगी।
100 फीसद स्टॉफ के आने का आदेश जारी
सामान्य प्रशासनिक विभाग की उप निदेशक प्रोमिला मित्र की ओर से निकाले गए आदेश में स्पष्ट है कि पूरी संख्या में यानी 100 फीसद स्टाफ ऑफिसों में आएगा। सभी विभागों को कहा गया कि वह अपने अधीनस्थ सभी स्टाफ का मैनुअल रिकॉर्ड अटेंडेंस के लिए तैयार करें। साथ ही यह भी आदेश दिया गया है कि कोई अधिकारी या कर्मचारी लगातार कार्य दिवस में 2 दिन या इससे अधिक दिन ऑफिस नहीं आता है तो उससे लिखित में न केवल कारण पूछा जाए बल्कि पूरा विवरण मांगा जाए कि वह क्यों नहीं आ रहे थे। वह हर सप्ताह शुक्रवार तक अपनी साप्ताहिक अटेंडेंस का ब्योरा विभाग को सौंपेंगे।
जमीनी हकीकत पर ध्यान नहीं देने का आरोप
उधर, दिल्ली सरकारी कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव उमेश बत्र ने कहा है कि इस आदेश में जमीनी हकीकत पर ध्यान नही दिया गया है। ऑफिस में सौ फीसद स्टाफ बुलाया जाएगा तो शारीरिक दूरी का कैसे पालन होगा। अनेक कार्यालयों में अभी न ही मास्क हैं और न ही सैनिटाइजर। कई कर्मचारी सार्वजनिक वाहनों का सहारा लेते हैं। नियमों के अनुसार चलने के तहत सड़कों पर पर्याप्त बसें नही हैं। इसलिए हमारी मांग है कि इस आदेश पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।