कोरोनावायरस ने सरकार के राजस्व पर भी लगाया ग्रहण, विकास कार्यों पर भी दिखेगा इसका असर
कोरोना काल के चलते सरकार के राजस्व संग्रह में कमी आई है। इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में जीएसटी वैट व आबकारी से सरकार को 5753.68 करोड़ का ही राजस्व मिला है। हालांकि यह राशि 2020 से अधिक है मगर 2019 से कम है।
नई दिल्ली, [वी.के.शुक्ला]। कोरोना काल के चलते सरकार के राजस्व संग्रह में कमी आई है। इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में जीएसटी, वैट व आबकारी से सरकार को 5,753.68 करोड़ का ही राजस्व मिला है। हालांकि यह राशि 2020 से अधिक है, मगर 2019 से कम है। 2019 में प्रथम तिमाही में वैट और जीएसटी से ही 6,136 करोड़ की राशि प्राप्त हुई थी। दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि इस माह से राजस्व में बढ़ोतरी होगी। वित्त वर्ष 2020-21 में दिल्ली सरकार द्वारा जीएसटी व वैट से राजस्व 21,146.4 करोड़ एकत्रित किया था।
दिल्ली सरकार ने मार्च 2021 में 2,376.16 करोड़ अर्जित किया था। उस वित्त वर्ष के दौरान मार्च में एकत्रित किया जाने वाला यह राजस्व जीएसटी लागू होने के बाद से अभी तक का सर्वाधिक संग्रह माना गया था। मगर वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम माह में यानी अप्रैल में राजस्व की प्राप्ति 2,742.68 करोड़ हुई। इस लिहाज से अनुमान लगाया जा रहा था कि इस वर्ष व्यापार एवं कर विभाग से सरकार को अधिक राजस्व मिलेगा और विकास कार्य तेजी से हो सकेंगे। मगर ऐसा नहीं हो सका है। मई और जून में राजस्व में गिरावट आई है।
वहीं राजस्व देने वाला सरकार का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण आबकारी विभाग दुकानें बंद रहने के कारण राजस्व के मामले पीछे हो गया है। इस विभाग से सरकार को प्रथम तिमाही में केवल 487 करोड़ का ही राजस्व मिला है। पिछले पूरे वित्त वर्ष में सरकार को इस विभाग से 5,000 करोड़ का राजस्व मिला था।
माह वैट जीएसटी कुल
अप्रैल 417 2,325.68 2,742.68
मई 358 991 1,349
जून 207 968 1,175
कुल 982 4,284.68 5,266.68
किस वर्ष कितना राजस्व संग्रह
- एक अप्रैल 2019 से 30 जून 2019 तक 6136 करोड़
- एक अप्रैल 2020 से 30 जून 2020 तक 2958 करोड़
- एक अप्रैल 2021 से 30 जून 2021 तक 5266 करोड़
राजस्व में कमी से प्रभाावित होगा विकास अगर सरकार का राजस्व कम रहा तो दिल्ली का विकास प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली सरकार ने कोरोना काल में भी इस साल का बजट 69 हजार करोड़ का पेश किया था। सरकार की योजना इस साल में तेजी से दिल्ली का विकास कार्य कराने की है। जो परियोजनाएं चल रहीं हैं, उन्हें जल्दी से पूरा कराया जाना है।