Coronavirus: मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिलने वाली ये दवा अब बाजार से गायब
Coronavirus डॉक्टरों का कहना है कि दवा का उपयोग कोरोना संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों की देखरेख में ही किया जा सकता है।
नई दिल्ली,जागरण संवाददाता। कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल के लिए देश-विदेश में बढ़ती मांग के बीच हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन (एचसीक्यू) मेडिकल स्टोरों से गायब हो गई है। इस दवा का प्रयोग डॉक्टरों द्वारा कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में भी किया जा रहा है। जिसके बाद से अचानक इसकी मांग बढ़ गई। हालत ये है कि पहले से मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एचसीक्यू मेडिकल स्टोरों पर नहीं मिल रही है, जबकि पहले यह आसानी से उपलब्ध होती थी।
ऐसे में आशंका यह भी जताई जा रही है कि कहीं इस दवा को स्टॉक तो नहीं किया जा रहा है। दवा विक्रेताओं का कहना है कि पिछले 10 से अधिक दिनों से यह दवा उनके पास नहीं है। पुराना स्टॉक खत्म हो चुका है, जबकि नया माल बाजार में उपलब्ध नहीं है।
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि दवा का उपयोग कोरोना संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों की देखरेख में ही किया जा सकता है। ऐसे में लोगों को दवा का स्टॉक नहीं करना चाहिए। बुधवार को दैनिक जागरण ने ओखला, कालका जी और गोविंदपुरी के कई मेडिकल स्टोर संचालकों से बातचीत की। गो¨वदपुरी स्थित हेमकुंट मेडिकल स्टोर के संचालक ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से उनकी दुकान पर एचसीक्यू उपलब्ध नहीं हैं।
हालांकि इससे पहले तक यह सामान्यत
उपलब्ध थी और लोगों को सामान्य डॉक्टर के परामर्श पर उपलब्ध भी थी। कालकाजी स्थित गौरव मेडिकल स्टोर के संचालक गौरव ने बताया कि एचसीक्यू पिछले दो सप्ताह से बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। मलेरिया के बुखार में इस्तेमाल की जाने वाली यह दवा आम लोगों को नहीं मिल पा रही है। उनके पास कई मरीज ऐसे हैं जिन्हें डॉक्टर ने दवा की सलाह दी थी, लेकिन उन्हें भी यह दवा नहीं मिल पाई है।
ओखला स्थित ओम मेडिकल स्टोर के संचालक अनुज ने बताया कि उनकी दुकान पर एचसीक्यू का जो स्टॉक था वह लोगों ने खरीद लिया है। नई खेप बाजार में नहीं है। ऐसे में यह दवा आसपास के किसी भी मेडिकल स्टोर में उपलब्ध नहीं हैं।
डॉ. प्रोमिला पॉल ने बताया कि एचसीक्यू विषाणु जनित बुखार में काफी कारगर है। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में यह दवा कितनी कारगर है, यह कहना मुश्किल है। हालांकि डॉक्टर इलाज के दौरान इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बावजूद आम लोगों को इस दवा की अधिक खरीदारी नहीं करनी चाहिए। इस दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के न लिया जाए। कोविड-19 के संक्रमण के बाद भी डॉक्टर की देखरेख में ही दवा की डोज लोगों को दी जा सकती है।