Move to Jagran APP

दिल्ली में विश्व स्तरीय परिवहन ढांचा तैयार करने के लिए सरकार ने IIIT Delhi के साथ किया करारः कैलाश गहलोत

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली को विश्व स्तरीय ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने के उद्देश्य से आईआईआईटी दिल्ली के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया। कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली को विश्व स्तरीय ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने का केजरीवाल सरकार सपना है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 08:33 PM (IST)Updated: Mon, 05 Apr 2021 08:33 PM (IST)
दिल्ली में विश्व स्तरीय परिवहन ढांचा तैयार करने के लिए सरकार ने IIIT Delhi के साथ किया करारः कैलाश गहलोत
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की फाइल फोटो

नई दिल्ली, जेएनएन। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली को विश्व स्तरीय ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने के उद्देश्य से आईआईआईटी दिल्ली के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया। कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली को विश्व स्तरीय ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने का केजरीवाल सरकार सपना है। सेंटर फॉर सस्टेनेबल मोबिलिटी के जरिए आज इसकी नींव रखी गई है। इसका केंद्र आईआईआईटी दिल्ली में होगा और इसके लिए 6.1 करोड़ रुपए फंड की व्यवस्था की गई है।

loksabha election banner

आईआईआईटी दिल्ली बसों में कंटैक्टलेस टिकट उपलब्ध कराने के केजरीवाल सरकार के सपने को साकार कर चुकी है और आज प्रतिदिन 70 हजार लोग कंटैक्टलेस टिकट खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सेंटर के जरिए तकनीक और डेटा की मदद से रिसर्च कर सार्वजनिक परिवहन को और बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा।

मंत्री ने कहा कि भविष्य में मेट्रो, डीटीसी, क्लस्टर, इलेक्ट्रिक बसों के रीयल टाइम लोकेशन, ईवी चार्जिंग स्टेशन के अलावा आरटीवी, ग्रामीण सेवा और ऑटो आदि को भी वन दिल्ली एप से जोड़ा जाएगा। परिवहन मंत्री ने क्लस्टर और डीटीसी बसों के रीयल टाइम लोकेशन और ओपन ट्रांजिट डेटा को आधार बना कर एप बनानने की इच्छा रखने वाले स्टार्टअप का स्वागत किया है।

कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली नॉलेज डेवलपमेंट फाउंडेशन के द्वारा इस करार के लिए 6.1 करोड़ की फंडिंग दी जाएगी। इस सेंटर का नाम सेंटर फॉर सस्टेनेबल मोबिलिटी रखा गया है। इसके जरिए मोबिलिटी को सस्टेनेबल बनाने पर काम किया जाएगा। दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को वर्ल्ड क्लास स्तर पर ले जाने का काम किया जाएगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जब बात करते हैं तो हर बार एक ही सवाल पूछा जाता है कि बसें कब आ रही हैं।

यदि अगर आप बड़े स्तर पर देखें तो दिल्ली की सड़कों पर बसें शामिल करना एक अहम और छोटा हिस्सा है। लेकिन जब तक दिल्ली की सड़कों पर बसें किस प्रकार से दौड़ेंगी, बसों की सर्विस किस प्रकार से मिल पाएगी, बसों की जानकारी यात्रियों को किस प्रकार से मिल पाएगी, बसों को और भरोसेमंद कैसे बना सकेंगे, बसें सही टाइम पर आ रही हैं, यात्रियों को बसों की जानकारी मिल पा रही है, जब तक इन चीजों को यात्री तक नहीं पहुंचाएंगे तब तक पूरे परिवहन सिस्टम को वर्ल्ड क्लास नहीं कह सकते हैं। सेंटर फॉर सस्टेनेबल मोबिलिटी के जरिए कुछ काम वर्तमान के लिए करेंगे, जबकि कुछ काम भविष्य के लिए करेंगे। यह पूरा सेंटर ट्रिपल आईटी यूनिवर्सिटी में होगा। इसमें टेक्नोलॉजी और डेटा का विश्लेषण करके परिवहन विभाग को बेहतर बनाने पर काम किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.