Delhi: नशे में धुत कार चालक ने प्रखर वैन में मारी टक्कर, हवलदार की मौत
उत्तरी दिल्ली में तेज रफ्तार से आ रही कार की चपेट में आने से दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल की मौत हो गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तरी जिला के मौरिस नगर थाना क्षेत्र में रविवार आधी रात तेज रफ्तार होंडा सिटी कार चालक ने दिल्ली पुलिस की पीसीआर प्रखर वैन में जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। टक्कर इतनी भयानक थी कि पीसीआर वैन पलटती हुइ 20 मीटर दूर तक गई। हादसे में प्रखर में सवार दो पुलिसकर्मी सहित होंडा सिटी चालक बुरी तरह जख्मी हो गए। तीनों को उपचार के लिए सिविल लाइंस स्थित सुश्रुत ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने 50 वर्षीय हवलदार वजीर सिंह को मृत घोषित कर दिया। घायल सिपाही अमित और होंडा सिटी चालक तुषार को इलाज के बाद सोमवार को छुट्टी दे दी गई।
टक्कर मारने वाला कार चालक छाता कारोबारी का बेटा है। वह सिंगापुर से पढ़ाई कर रहा है। घटना के समय वह किसी पार्टी में शामिल होने के बाद घर लौट रहा था। वह शराब के नशे में धुत था। पुलिस ने तुषार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस अभी उसे गिरफ्तार नहीं किया है। उसकी उम्र का पता लगाया जा रहा है। उत्तरी जिला की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि हरियाणा सोनीपत के गन्नौर निवासी हवलदार वजीर सिंह की तैनाती उत्तरी जिले में प्रखर वैन में थी। वह वैन के इंचार्ज थे। रविवार को उनकी रात की डयूटी थी। आधी रात वह प्रखर से गश्त कर रहे थे। सिपाही अमित वैन चला रहा था। रात करीब पौने दो बजे अमित दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के समीप खालसा कॉलेज की रेड लाइट पर वैन को मॉडल टाउन की ओर मोड़ रहे थे।
इसी दौरान सिविल लाइंस की तरफ से आ रही तेज रफ्तार होंडा सिटी के चालक ने प्रखर वैन को बाईं और से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहनों के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। राहगीर की सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने लोगों की मदद से घायल तीनों को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया। हादसे में हवलदार वजीर सिंह के शरीर में गंभीर चोटें आई। जिससे उनकी मौत हो गई। सब्जी मंडी मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद वजीर सिंह का शव परिजनों को सौंप दिया गया। रिश्तेदार संदीप ने बताया कि उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे बेटे विनय व विनीत हैं। विनय हरियाणा पुलिस में सिपाही है, उसकी तैनाती गुरुग्राम में है। छोटा बेटा विनीत 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई कर रहा है। वजीर मॉटल टाउन स्थित पीसीआर के बैरक में रहते थे। वजीर के पिता राम चंदर भी दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। तुषार परिवार के साथ मॉडल टाउन में रहता है। उसके पिता जसवंत गुप्ता का सदर बाजार में छाता का कारोबार है।
लॉकडाउन में दिल्ली में फंस जाने के कारण तुषार वापस सिंगापुर नहीं जा पाया था।उसने अपने साथी के साथ सिविल लाइंस के हिल रोड स्थित कोठी में रविवार की रात पार्टी की थी। वहां तुषार ने जमकर शराब पी थी। नशे में धुत होकर देर रात वह अपनी कार से घर जाने के लिए निकला था। तभी विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के समीप यह हादसा हुआ। 90 की रफ्तार में थी आरोपित की कार जिस वक्त दुर्घटना हुई उस वक्त तुषार 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से कार चला रहा था। जबकि इस रोड पर कार चलाने की अधिकतम गति सीमा 90 किलोमीटर प्रतिघंटा है। यही नहीं शराब के नशे में उसने रेड लाइट होने के बावजूद अपनी कार रोकने के बजाए तेज गति से आगे बढ़ा दी थी।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक ग्रीन सिग्नल होने के बाद सिपाही ने वैन को मोड़ा था। उसे अंदाजा भी नहीं था कि सड़क पर कोई कार आ रही है। तभी तेज रफ्तार कार ने वैन को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर कितनी भीषण थी इसका पता इससे चलता है कि साइड से टक्कर के बावजूद वैन का एयर बैग खुल गया था। जिससे सिपाही की जान बच सकी। वहीं, कार का बैग खुलने के कारण तुषार को कम चोटें आईं।