30 को ललकार और 7 को हुंकार रैली करेगी कांग्रेस, बेरोजगारी और महंगाई को भी बनाया मुद्दा
कांग्रेस की तरफ से यह भी कहा गया कि सीलिंग के खिलाफ दिल्ली के लोग दिल्ली के बॉर्डर भी जाम कर सकते हैं और भाजपा सांसदों तथा आप विधायकों एवं मंत्रियों को उन्हीं के घरों में सील भी कर सकते हैं।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। कांग्रेस के सीलिंग विरोधी अभियान न्याययुद्ध के तहत पार्टी ने अगले चरण की घोषणा कर दी है। 30 सितंबर को बवाना में ललकार रैली आयोजित की जाएगी जबकि सात अक्टूबर को घोंडा में हुंकार रैली होगी। भाजपा और आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए पार्टी ने अब बेरोजगारी और महंगाई को भी मुद्दा बनाने का फैसला ले लिया है।
जनता को कर रहे हैं गुमराह
मंगलवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान न्याययुद्ध के संयोजक मुकेश शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा और दिल्ली सरकार लगातार सीलिंग पर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें सील तोड़ने के बजाय भाजपा नेताओं के गरीब व जन विरोधी दिमाग की सील को तोड़ने पर जोर देना चाहिए।
पूर्वांचल के लोगों को हुई सबसे अधिक परेशानी
शर्मा ने कहा कि सीलिंग से लोग बेरोजगार हो रहे हैं। बेरोजगारी और कमर तोड़ महंगाई से पीड़ित लोग आत्महत्या तक करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीलिंग के कारण हो रही बेरोजगारी से सर्वाधिक क्षति पूर्वांचल के लोगों को हुई है जो अनधिकृत कॉलोनियों में ही रहते हैं।
बेनकाब होगा जन विरोधी चेहरा
ललकार और हुंकार रैली की तैयारियों के सिलसिले में पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार व भीष्म शर्मा 200 से अधिक छोटी-बड़ी सभाएं करेंगे। इन सभाओं में भाजपा और 'आप' के खिलाफ दस्तावेजों के साथ सीलिंग के मुद्दे पर दोनों दलों के जन विरोधी चेहरे को बेनकाब किया जाएगा।
दिल्ली के बॉर्डर भी जाम कर सकते हैं
कांग्रेस की तरफ से यह भी कहा गया कि सीलिंग के खिलाफ दिल्ली के लोग दिल्ली के बॉर्डर भी जाम कर सकते हैं और भाजपा सांसदों तथा 'आप' विधायकों एवं मंत्रियों को उन्हीं के घरों में सील भी कर सकते हैं। पत्रकार वार्ता में पार्टी के वरिष्ठ नेता चतर सिंह व जसबीर कराला, प्रदेश कांग्रेस के कानूनी- मानवाधिकार विभाग के चेयरमैन एडवोकेड सुनील कुमार भी मौजूद थे।