पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने दी नसीहत, आपस में लड़ते रहे तो आरएसएस और भाजपा से कैसे लड़ेंगे
खुर्शीद ने यह कहा कि पार्टी को आरएसएस और भाजपा से लड़ना है। उन्होंने कहा अगर हम आपस में लड़ते रहेंगे तो आरएसएस और भाजपा से कैसे लड़ेंगे? आइए पहले आरएसएस और भाजपा से लड़ें और फिर जो कुछ करना है हम खुद ही कर लेंगे।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस नेताओं को पहले आरएसएस और भाजपा से लड़ना चाहिए और फिर अपने मतभेदों को दूर करना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के एक वर्ग द्वारा संगठनात्मक बदलाव की मांग के बीच आई है। खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष के मुद्दे पर काफी बहस होती है। उन्होंने कहा कि जब समय आएगा, हम बताएंगे कि हमारा (अगला) अध्यक्ष कौन है।
बृहस्पतिवार को दिल्ली कांग्रेस के लीगल एवं मानव अधिकार विभाग द्वारा आयोजित ‘मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में वकीलों की भूमिका’ विषयक समूह चर्चा में खुर्शीद ने कहा, फिलहाल सोनिया गांधी हमारी अध्यक्ष हैं और अगर कोई बदलाव होता है तो आपको बताया दिया जाएगा।
खुर्शीद ने यह कहा कि पार्टी को आरएसएस और भाजपा से लड़ना है। उन्होंने कहा, अगर हम आपस में लड़ते रहेंगे तो आरएसएस और भाजपा से कैसे लड़ेंगे? आइए पहले आरएसएस और भाजपा से लड़ें और फिर जो कुछ करना है, हम खुद ही कर लेंगे। खुर्शीद ने राहुल गांधी को साहसी नेता करार दिया। नेतृत्व के मुद्दों पर कांग्रेस पर भाजपा के हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, आपको खुश होना चाहिए, अगर आपको लगता है कि हमारे पास अध्यक्ष नहीं है और इसकी वजह से आप तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आपको परेशान क्यों होना चाहिए?
उन्होंने पार्टी नेताओं और सदस्यों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में राहुल गांधी को देश के सामने कैसे पेश किया जाए, यह तय करने में आप सभी की भूमिका होगी। खुर्शीद ने कहा कि दो बार चुनाव में भाजपा से हारने के बावजूद राहुल गांधी अभी भी किसी से पीछे नहीं हैं।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने खुर्शीद को सूत की माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर एआइसीसी के लीगल विभाग के सचिव के.सी. मित्तल, राष्ट्रीय समन्वयक एवं दिल्ली प्रभारी कर्ण सिंह सहित काफी संख्या में वकील भी मौजूद थे। चर्चा के दौरान देश में विनाशकारी एवं विभाजनकारी ताकतों केखिलाफ लड़ने तथा पूर्व से जारी गरीब एवं मजदूर वर्ग के लोगों को मुफ्त कानूनी सलाह देने का काम आगे तक जारी रखने का प्रस्ताव भी पास किया गया।