मौलाना साद व अन्य की गिरफ्तारी के लिए गृह मंत्रालय की अनुमति का इंतजार
मौलाना साद के अलावा मुकदमे में प्रबंधन से जुड़े 6 अन्य मौलाना मुहम्मद अशरफ मुफ्ती शहजाद डॉक्टर जीशान मुर्शलीन सैफी मुहम्मद सलमान और यूनुस शामिल हैं। यह सभी आरोपित भी अपने घरों में ही होने की बात कही जा रही है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद की गिरफ्तारी की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं। साद व प्रबंधन से जुड़े अन्य छह मौलानाओं की गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी गई है। दरअसल, क्राइम ब्रांच लॉक डाउन खत्म होने का ही इंतजार कर रही थी। पुलिस को आशंका थी कि साद लॉकडाउन की आड़ में अंतरिम जमानत ले सकता है। हालांकि सूत्र बताते हैं कि क्राइम ब्रांच साद पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन गृह मंत्रालय से अनुमति मिलने का इंतजार कर रही है।
क्राइम ब्रांच का दावा है कि साद जाकिर नगर स्थित अपने घर में ही है। पुलिस की उस पर नजर है। पुलिस बार-बार उसे एम्स में कोरोना की जांच कराने के लिए कह रही है, लेकिन उसने जांच नहीं कराई है। वहीं साद के वकील ने क्राइम ब्रांच को रिपोर्ट सौंपने का दावा किया था, जिसे जांच एजेंसी ने निराधार बताया है। मौलाना साद के अलावा मुकदमे में प्रबंधन से जुड़े 6 अन्य मौलाना मुहम्मद अशरफ, मुफ्ती शहजाद, डॉक्टर जीशान, मुर्शलीन सैफी, मुहम्मद सलमान और यूनुस शामिल हैं। यह सभी आरोपित भी अपने घरों में ही होने की बात कही जा रही है। साद के 70 करीबियों से की जा चुकी है पूछताछ
क्राइम ब्रांच साद के 70 से ज्यादा करीबियों से पूछताछ कर चुकी है। उसके बेटे से कई बार पूछताछ की जा चुकी है। इसमें करीब 15 लोगों की भूमिका सामने आई है, जो मरकज के प्रबंधन से जुड़े हुए थे। क्राइम ब्रांच साद से पहले ही अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर सकती है। दरअसल, पुलिस कोरोना काल के बीच किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहती है। यही वजह है कि साद व मरकज से जुड़े अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर हर कदम सोच-समझकर रखा जा रहा है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस का खुफिया तंत्र भी सक्रिय कर दिया गया है। साद व उसके करीबी 28 मार्च से चल रहे फरार
28 मार्च को साद और उसके सभी करीबी मरकज से फरार हो गए थे। तब से पुलिस किसी को भी मुख्य मामले में गिरफ्तार नहीं किया है। 943 विदेशी जमातियों को मुख्य मामले में आरोपित बनाते हुए पुलिस ने हाल ही में आरोप पत्र दायर किया था। वहीं ईडी जहां उसकी संपत्ति की जांच कर रही है। वहीं माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस अब दिल्ली दंगे के मामले में भी साद पूछताछ करेगी, क्योंकि दंगे के मुख्य आरोपित फैसल फारूख से दंगे के दौरान साद से बात किए जाने के सुबूत मिले हैं।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो