CAIT के इस कदम से कराह उठेगा ड्रैगन, सीमा विवाद के बाद चीन को फिर दी आर्थिक चोट
कैट ने देश भर के व्यापारियों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए उपयोग में आने वाली जूम एप्लिकेशन का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चीन-भारत विवाद के बाद से देशभर में चीनी वस्तुओं का बहिष्कार हो रहा है। इसी कड़ी में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भी एक बड़ा फैसला लिया है जिससे चीन को आर्थिक मोर्चे पर झटका लगना तय है। कैट के इस कदम से चीन को ना सिर्फ झटका लगेगा बल्कि उसे तगड़ी आर्थिक चोट भी लगेगी।
जूम ऐप के बहिष्कार का फैसला
कैट ने देश भर के व्यापारियों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए उपयोग में आने वाली जूम एप्लिकेशन का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। इसकी जगह जिओमीट के उपयोग की बात कही गई है।कैट ने देश भर के व्यापारियों और सभी राज्यों में फैले व्यापारी संगठनों को यह सलाह दी है की वो अपने संवाद मंच के रूप में अब जूम ऐप का उपयोग न करें।
देश भर के व्यापारियों से प्राप्त आपत्तियों एवं सुझाव पर लिया फैसला
हालाकिं, कैट की टेक्नोलॉजी टीम अन्य उपलब्ध एप्लीकेशनों का भी आंकलन कर रही है। कैट ने यह निर्णय जूम ऐप के बारे में देश भर के व्यापारी नेताओं से प्राप्त आपत्तियों एवं सुझावों को ध्यान में रख कर लिया है। कैट का यह कदम उसके बहुआयामी अभियान "भारतीय सामान-हमारा अभिमान" सशक्त बनाने के लिए लिया गया है।
डाटा लीक होने का खतरा
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की कैट का यह निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर लिया गया है। जूम हालांकि एक अमरीकी एप्लिकेशन है, किन्तु प्राप्त जानकारी के अनुसार इसका काफी डाटा चीन के मार्फत जाता है। इतना ही नहीं जूम के कुछ सर्वर चीन में भी हैं, जिसकी वजह से डाटा के लीक होने का खतरा बना रहता है। इस आशंका को भी खारिज नहीं किया जाता की इसका दुरुपयोग भारत के हितों के खिलाफ भी हो सकता है।