Weather Update: दिल्ली-NCR को सता रही शीतलहर, जानिये- कब होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री से कम रहने की संभावना है, इसलिए सुबह काफी अधिक ठंड रहेगी। धूप खिलने के बाद कुछ राहत मिल सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मौसम की बदली परिस्थितियों के बीच बृहस्पतिवार को दिल्ली में फिर से शीतलहर का प्रकोप जारी है। सुबह से ही जबरदस्त ठंड हो रही है। लोग ठिठुरते नजर आए, खासतौर पर स्कूल जाने वाले छात्र कंपकंपाते हुए स्कूल जाते दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि सुबह-शाम ही नहीं, बल्कि दिन के समय भी जबरदस्त ठिठुरन भरी ठंड होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, इसलिए सुबह काफी अधिक ठंड रही। धूप खिलने के बाद कुछ राहत मिल सकती है।
इससे पहले बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। आया नगर और नजफगढ़ में तापमान 4.9 डिग्री दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 55 से 100 फीसद रहा।
बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम चार डिग्री रह सकता है फिर शनिवार से तापमान में वृद्धि होगी। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव स न्यूनतम तापमान इस दौरान 10 डिग्री के आसपास पहुंचेगा। सोमवार और मंगलवार को हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।
दो दिन की राहत के बाद प्रदूषण की मार
दो दिन तक खराब श्रेणी में रहने के बाद बुधवार को दिल्ली की हवा फिर से बेहद खराब हो गई। हवा की गति मंद पड़ते ही एयर इंडेक्स वापस 300 के पार चला गया। अगले तीन दिनों तक प्रदूषण के स्तर में सुधार के आसार नहीं हैं। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स बुधवार को 371 रहा। एनसीआर में सबसे खराब हालात गाजियाबाद के रहे, जहां एयर इंडेक्स 384 दर्ज हुआ। शाम 7 बजे दिल्ली में 15 से अधिक जगहों पर एयर इंडेक्स गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रदूषण स्तर 350 के ऊपर ही बना रहेगा। हवा की गति कम होने की वजह से प्रदूषण में तेजी से इजाफा हुआ है। मंगलवार को प्रदूषण महज 237 दर्ज किया गया था। उधर सफर इंडिया के मुताबिक दो दिनों से दिल्ली में हवा की गति 5.3 से कम होकर 2.5 किलोमीटर प्रति घंटे रह गई है। इसी वजह से प्रदूषण बढ़ गया है। अगले तीन दिनों तक यही स्थिति रहेंगी, लेकिन इसके खतरनाक स्थिति तक पहुंचने की संभावनाएं नहीं है।