बैंक घोटाले के मामले में दिल्ली विस में मुख्य सचिव तलब
दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक घोटाले को लेकर दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने मंगलवार को बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जितेंद्र से पूछताछ की।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक घोटाले को लेकर दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने मंगलवार को बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जितेंद्र से पूछताछ की। समिति ने उनसे सवाल किए, जिसमें गुप्ता ने कुछ के जवाब दिए और कई के जवाब नहीं दिए। समिति के कुछ सवालों पर गुप्ता के जवाब जांच रिपोर्ट से मेल नहीं खा रहे थे।
अवमानना के खिलाफ जांच करेगी विशेषाधिकार समिति
समिति ने गुप्ता से कहा कि यह सदन की अवमानना है। अवमानना के खिलाफ जांच के लिए मामला विधानसभा की विशेषाधिकार समिति को भी सौंप दिया है। सुनवाई के दौरान गुप्ता ने माना कि जो ऋण दिया गया है। उसमें से 38 फीसद का पैसा वापस नहीं आ रहा है। इस पर कमेटी ने कहा कि आप क्या चाहते हैं कि बैंक डूब जाए और लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएं।
दिल्ली सरकार की स्टे से रुका मामला
सुनवाई के दौरान समिति के चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस बैंक को सरकार अपने कब्जे में क्यों नहीं ले लेती। जिस पर रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसायटीज ने बताया कि इसका प्रयास किया गया था। मगर दिल्ली सरकार की वित्तीय आयुक्त ने इस मामले में स्टे लगा दिया। जिस पर समिति ने वित्तीय आयुक्त रिंकू दुग्गा के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की तथा उनके खिलाफ मुख्य सचिव व उपराज्यपाल को शिकायती पत्र लिखने की बात कही है। समिति ने इस मामले में अगली तारीख पर मुख्य सचिव को तलब किया है।