Move to Jagran APP

Delhi: ऑनलाइन शापिंग करने वालों को इनाम का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

गिरोह डाटा उपलब्ध कराने वाली कंपनी से ऑनलाइन शापिंग करने वालों की जानकारी खरीदकर वारदात को अंजाम देते थे। कॉल करने के लिए फर्जी पहचान पत्र पर जारी सिम का इस्तेमाल करते थे।सिम पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश के लोगों से खरीदते थे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 06:37 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 12:48 PM (IST)
Delhi: ऑनलाइन शापिंग करने वालों को इनाम का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
दो सालों से यह गिरोह कॉल सेंटर चलाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे।

बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर पश्चिम जिला पुलिस के साइबर सेल ने ऑनलाइन शापिंग करने वाले लोगों को इनाम का झांसा देकर करो़ड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने युवती समेत गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह केशवपुरम इलाके में किराये के कमरे में काल सेंटर चलाकर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। पुलिस की जांच में सामने आया है कि गिरोह के सदस्य दो हजार से अधिक लोगों से करीब 30 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। जिला पुलिस उपायुक्त विजयंता आर्या ने बताया कि जहांगीरपुरी निवासी विनीत ने शिकायत दी थी कि खुद को एक नामी ऑनलाइन शापिंग कंपनी की कर्मचारी बताने वाले एक व्यक्ति ने उन्हें फोन कर लकी ड्रा में कार निकलने की बात कही गई थी।

loksabha election banner

इसके लिए बैंक खाते में छह हजार रुपये भी जमा कराए थे। लेकिन बाद में उन्हें धोखाधड़ी का पता चला। उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर साइबर सेल प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआइ मुक्ता व सीताराम की टीम ने जांच शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता चला कि गिरोह केशवपुरम इलाके में काल सेंटर चला रहा है। इसके बाद 15 दिसंबर को छापा मार कर मणि कार्तिक, मणिमुट्टू, के. राहुल व सी. शिवा को दबोच लिया गया। उनकी निशानदेही पर बुराड़ी से प्राची अरोड़ा को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह गिरोह को बैंक खाते उपलब्ध कराती थी।

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि दो सालों से यह गिरोह कॉल सेंटर चलाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे। आरोपित दक्षिण भारत के रहने वाले हैं। ऐसे में उनके निशाने पर वहीं के लोग ज्यादा रहते थे। गिरोह डाटा उपलब्ध कराने वाली कंपनी से ऑनलाइन शापिंग करने वालों की जानकारी खरीदकर वारदात को अंजाम देते थे। कॉल करने के लिए फर्जी पहचान पत्र पर जारी सिम का इस्तेमाल करते थे। सिम पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश के लोगों से खरीदते थे। पुलिस उन लोगों के बारे में भी पता लगा रही है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.