दिल्ली में बेवजह घूमने वालों का कट रहा चालान, कालोनियों और सड़कों पर पसरा सन्नाटा
कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इस वजह से राजधानी दिल्ली में वीकेंड कफ्यरू लगाया गया है। शुक्रवार रात से शुरू हुआ दूसरा वीकेंड कफ्यरू सोमवार सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। प्रशासन की ओर से कफ्यरू का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इस वजह से राजधानी दिल्ली में वीकेंड कफ्यरू लगाया गया है। शुक्रवार रात से शुरू हुआ दूसरा वीकेंड कफ्यरू सोमवार सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। प्रशासन की ओर से कफ्यरू का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। हालांकि, पिछले वीकेंड कफ्यरू की तरह इस कफ्यरू के दौरान भी कम ही लोग घरों से बाहर निकले। वहीं बिना काम के घरों से निकलने वाले लोगों के प्रशासन की ओर से चालान भी किए गए।
वीकेंड कफ्यरू के मद्देनजर पुलिस की ओर से शुक्रवार रात को ही सख्ती बरतनी शुरू कर दी थी। दस बजते-बजते माल, बाजार व दुकानों को बंद करवा दिया गया था। इसके अलावा रेहड़ी-पटरी वाले भी साढ़े नौ बजे से पहले घरों में पहुंच गए थे। प्रशासन की ओर से सख्त आदेश थे कि किसी भी दुकान को न खोला जाए। शनिवार को ठंड भी ज्यादा होने की वजह से लोग घरों में ही रहे। किसी ने टीवी के सहारे तो किसी ने परिवार के साथ समय व्यतीत किया। इसके अलावा रात को बेवजह बाहर घूमने वालों को सबक भी सिखाया।
बार्डरों पर तैनात रही पुलिस
वीकेंड कफ्यरू के दौरान दिल्ली में सिर्फ उन्हीं वाहन चालकों को आने दिया जा रहा था जिनके पास ई-पास था या फिर वह किसी आवश्यक काम के लिए आ रहे थे। हरियाणा से सटे दिल्ली देहात के बार्डरों पर भी पुलिस तैनात रही। बिना वजह के दिल्ली में घुसने वालों के चालान कर उन्हें वापस लौटाया गया। किसी भी ऐसे व्यक्ति को दिल्ली में घुसने नहीं दिया गया, जिसको जरूरी काम न हो। शनिवार को औचंदी बार्डर, मुंगेशपुर, कुतुबगढ़, टटेसर, पंजाब खोड़, हरेवली आदि हरियाणा से सटे बार्डरों पर पुलिस की सख्ती की वजह से सड़कें खाली रहीं।
माल, बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
वीकेंड कफ्यरू से रोहिणी के माल, बाजार में भी सन्नाटा पसरा रहा। सिर्फ वही दुकानें खुली थीं, जिनको कफ्यरू के दौरान खुलने की अनुमति थी। इसके अलावा सार्वजनिक वाहनों में भी उन्हीं लोगों को बैठने दिया गया जो किसी जरूरी काम के लिए बाहर निकले थे या फिर दिल्ली में नौकरी करते हैं।